नरेश शर्मा, रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के राजीव नगर में पूरे परिवार की हत्या के मामले ने पूरे जिले को दहला दिया है। चार लाशें, घर में दबे शव और खून के धब्बों के बीच अब पुलिस ने जांच का दायरा और गहरा कर दिया है। इस वारदात के पीछे की कहानी धीरे-धीरे सामने आ रही है और अब कई नए एंगल पुलिस के सामने हैं। बता दें कि घर की बाड़ी में जिन परिवार के चार सदस्यों की लाश मिली है, उनमें पति, पत्नी और उनके दो बच्चों के शव शामिल हैं।
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तीन टीमें, कई सवाल

खरसिया थाना क्षेत्र में हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड को सुलझाने के लिए पुलिस ने तीन जांच टीमों का गठन किया है। हर टीम अलग-अलग पहलू पर काम कर रही है—

  • वारदात में इस्तेमाल हथियारों की फॉरेंसिक जांच
  • रिश्तेदारों से पूछताछ
  • जमीन विवाद और आर्थिक लेन-देन की छानबीन

मौके से मिले हथियार

घर से बरामद हुए हथियारों की लिस्ट भी कम चौंकाने वाली नहीं है। पुलिस ने घटनास्थल से राड़, हसिया, फावड़ा, गैती और कुल्हाड़ी बरामद किए हैं। शुरुआती शक है कि इन्हीं औजारों से हत्या को अंजाम दिया गया।

रिश्तेदारों से हो रही पूछताछ

वारदात के बाद पुलिस ने मृतक परिवार के दो से तीन रिश्तेदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। जांच टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या परिवार के अंदरूनी विवाद या रिश्तों की खटास इस वारदात की वजह हो सकती है।

जमीन का सौदा, बड़ा सुराग

मामले में जमीन का विवाद बड़ा एंगल बनकर सामने आया है। मृतक बुधराम ने महज चार दिन पहले ही घरघोड़ा की पैतृक जमीन एक उद्योग को दी थी। इसके बदले उसे 5 लाख रुपये मिल चुके थे और बाकी रकम मिलना बाकी था। पुलिस इस पहलू की बारीकी से जांच कर रही है कि कहीं इसी लेन-देन ने तो इस खून-खराबे को जन्म नहीं दिया।

इलाके में खौफ, लोग हैरान

वारदात के बाद से राजीव नगर में सन्नाटा पसरा है। पड़ोसी कहते हैं “कौन इतना बेरहम हो सकता है जो पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दे और शवों को घर के आंगन में दबा दे?”

खरसिया का यह हत्याकांड अब जमीन विवाद, पारिवारिक रिश्तों और आपसी रंजिश के बीच उलझा हुआ है। पुलिस की जांच से हर दिन नए खुलासे हो रहे हैं। अब सबकी नजर इसी पर टिकी है कि आखिर इस खूनी खेल का असली मास्टरमाइंड कौन है?