ओडिशा कांग्रेस में अंतर्कलह नजर आ रहा है. कांग्रेस की ओडिशा इकाई के वरिष्ठ नेता मोहम्मद मुकिम ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर प्रदेशाध्यक्ष भक्त चरण दास के नेतृत्व पर सवाल उठाए। गौरतलब है की दास को फरवरी में ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
राज्य इकाई के प्रमुख दास ने आरोप पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। मुकिम ने पार्टी में असहमति का संकेत देते हुए बुधवार को लिखे पत्र में कहा कि दास को इस साल की शुरुआत में लगातार तीन चुनाव हारने और ‘कांग्रेस विरोधी राजनीतिक विचारधारा’ से जुड़े होने के बावजूद प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया था।
बाराबती-कटक से पूर्व विधायक ने प्रदेशाध्यक्ष और उनके विधायक बेटे सागर द्वारा अलग ‘कोसल राज्य’ के लिए दिए जा रहे सार्वजनिक समर्थन पर भी सवाल उठाया तथा दावा किया कि इस रुख से पार्टी कार्यकर्ताओं में ‘गहरी अशांति’ का भाव उत्पन्न हो गया है।
मुकीम ने नौपाड़ा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की करारी शिकस्त को जनता के कम होते विश्वास का एक और सबूत बताया। मुकीम भी फरवरी में प्रदेश इकाई के अध्यक्ष पद की दौड़ में भी शामिल थे।

उन्होंने पत्र में लिखा, “जब कोई नेता अपने ही निर्वाचन क्षेत्र में विश्वास हासिल नहीं कर पाता, तो कार्यकर्ता स्वाभाविक रूप से उसके नेतृत्व पर से भरोसा खो देते हैं और ओडिशा में पार्टी का नेतृत्व करने की उनकी क्षमता पर सवाल उठाते हैं।”
उन्होंने बताया कि कांग्रेस को इस सीट पर लगभग 83,000 मतों से हार का सामना करना पड़ा था। पूर्व विधायक ने कहा कि “हजारों जमीनी स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ता’ अब भ्रमित, हतोत्साहित और दिशाहीन महसूस कर रहे हैं।
- Breaking News : सीआरपीएफ कैंप में जवान ने की खुदकुशी, AK-47 से खुद को मारी गोली
- AIIMS की लेडी डॉक्टर ने की खुदकुशी की कोशिश, ड्यूटी के बाद घर पर लगा लिया जहरीला इंजेक्शन, कई गरीब मरीजों का उठा चुकी हैं खर्च
- रायपुर के रजवाड़ा रिसॉर्ट में बड़ा हादसा, रेस्तरां की फॉल सीलिंग गिरने से खाना खा रहे कई लोग घायल
- ‘जानता हूं वो मेरी पत्नी को लेकर OYO जाएगा…’, जिसके साथ लव मैरिज कर बसाई दुनिया, उसी के अवैध संबंध से परेशान पति ने दी जान, सरकार से कहा- हर बार लड़कियां सही नहीं होती…, 498 में बदलाव की मांग
- ‘सागरा प्राण तळमळला’ के 115 वर्ष पूर्ण : गृहमंत्री अमित शाह बोले- देशभक्ति की अभिव्यक्ति की पराकाष्ठा है वीर सावरकर की ‘सागरा प्राण तळमळला’


