नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के डोडा में रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी पर तीखा हमला किया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के तीन राजनीतिक परिवारों’ पर वंशवाद की राजनीति के जरिए राज्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया. मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इस बार का विधानसभा चुनाव तीन परिवारों और जम्मू-कश्मीर के युवाओं के बीच है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “एक परिवार कांग्रेस का है, एक परिवार नेशनल कॉन्फ्रेंस का है और एक परिवार पीडीपी का है… इन तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर में आप लोगों के साथ जो किया है, वह किसी पाप से कम नहीं है.” उन्होंने कहा, “अभी तक ‘परिवारवाद’ ने युवाओं को आगे नहीं आने दिया और इसीलिए 2014 में सत्ता में आने के बाद मैंने जम्मू-कश्मीर में युवाओं के नए नेतृत्व को आगे लाने की कोशिश की है. फिर 2018 में यहां पंचायत चुनाव हुए. 2019 में बीडीसी चुनाव हुए और 2020 में पहली बार डीडीसी चुनाव हुए. ये चुनाव क्यों हुए? ताकि जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र जमीनी स्तर तक पहुंचे.”

पीएम मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि ‘वंशवादी दलों’ ने नए नेतृत्व को आगे नहीं बढ़ने दिया और राज्य को “भीतर से खोखला” बना दिया. उन्होंने कहा, “आजादी के बाद, जम्मू-कश्मीर विदेशी ताकतों के निशाने पर आ गया और वंशवादी राजनीति ने इस खूबसूरत क्षेत्र को भीतर से खोखला कर दिया. राजनीतिक राजवंशों ने अपने बच्चों को आगे बढ़ाया और नए नेतृत्व को आगे नहीं बढ़ने दिया,”

पीएम मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे की उस स्वीकारोक्ति पर भी कटाक्ष किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि यूपीए-2 के शासनकाल में गृह मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर के लाल चौक का दौरा करते समय उन्हें आतंकवादियों से डर लगता था.

पीएम मोदी ने कहा, “क्या आपको वह समय याद है, जब सूरज ढलते ही यहां अनौपचारिक कर्फ्यू लगा दिया जाता था?” उन्होंने कहा, “स्थिति ऐसी थी कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के गृह मंत्री भी लाल चौक जाने से डरते थे.”

अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर में होने वाले ये पहले विधानसभा चुनाव हैं. जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 7 सीटें एससी और 9 सीटें एसटी के लिए आरक्षित हैं. भारत के चुनाव आयोग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 88.06 लाख मतदाता हैं.

पिछले विधानसभा चुनावों में पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने 28 सीटें जीती थीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 25, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने 15 और कांग्रेस ने 12 सीटें जीती थीं.