धनतेरस पर 13 दीया जलाने का क्या है लॉजिक?
धनतेरस के दिन दीप दान करना शुभ माना जाता है.
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि,धनतेरस पर 13 दीया क्यों जलाए जाते हैं?
धनतेरस पूजा के लिए शुभ मुहूर्त की शुरुआत गोधूल काल में मंगलवार 29 अक्टूबर शाम 6 बजकर 31 मिनट से 8 बजकर 13 मिनट तक रहेगा.
पूजा के लिए कुल 1 घंटा 41 मिनट का समय मिलेगा.
दूसरा दीपक घी का जलाकर पूजाघर में रखना चाहिए.
पहला दीया:
घर के बाहर कचरे के पास दक्षिण की ओर
चौथा दीपक घर की तुलसी के पौधे के पास रखें.
तीसरा दीपक घर के मुख्य द्वार पर रखा जाता है
छठा दीपक सरसो के तेल का जलाना चाहिए. जिसे पीपल के पेड़ के नीचे रखा जाता है.
पांचवा दीपक घर की छत पर रखना चाहिए
आठवां दीपक-आठवां दीया कूड़े के पास जलाना चाहिए.
सातवां दीपक अपने घर के आसपास के किसी भी मंदिर
दसवां दीपक-धनतेरस के दिन ग्यारहवें दीये को खिड़की पर सजाएं.
नौवां दीया अपने वॉशरूम के बाहर रखें.
बारहवां दीया:
धनतेरस की रात बेल के वृक्ष के नीचे दीपक जलाना चाहिए.
तेरहवां
दीया
को अपने घर के चौराहे पर जलाएं.