सत्या राजपूत, रायपुर। मनेंद्रगढ़ जिले के जनकपुर में नाबालिग छात्रा से हुए गैंगरेप मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 दरिंदों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है. पुलिस की कार्रवाई के बाद चारों आरोपी सरकारी नौकरी में जिस-जिस विभाग में पदस्थ थे उनपर विभागीय कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो गया है. वन विभाग की कार्रवाई के बाद अब एक और कार्रवाई की गई है. लोक शिक्षण संचनालय ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपी प्रिंसिपल अशोक कुमार कुशवाहा और लेक्चरर कुशल सिंह परिहार को सस्पेंड किया है. यह कार्रवाई जिला शिक्षा अधिकारी मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के पत्र के आधार पर की गई है.

बता दें कि गैंगरेप मामले में इससे पहले वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए वन मंडल मनेंद्रगढ़ में पदस्थ आरोपी उप वन क्षेत्रपाल (डिप्टी रेंजर) बनवारी सिंह को निलंबित किया है. यह निलंबन आदेश मुख्य वन संरक्षक सरगुजा वनवृत्त अंबिकापुर से जारी हुआ है.

इस प्रकार से मामले में शामिल चार आरोपियों में से अब तक केवल तीन पर ही निलंबन की कार्रवाई की गई है.

जानिए क्या है मामला

मनेंद्रगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 110 किलोमीटर दूर जनकपुर क्षेत्र में आज नाबालिग छात्रा से दरिंदगी का मामला सामने आया. शासकीय स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा को प्रिंसिपल अशोक कुमार कुशवाहा (55 साल), लेक्चरर कुशल सिंह परिहार (50 साल) और हेडमास्टर (CSC) रावेन्द्र कुशवाहा (48 साल) और वनकर्मी बनवारी सिंह एक साथ मिलकर किराए के मकान में ले गए. इसके बाद सभी ने बारी-बारी से नाबालिग को अपनी हवस का शिकार बनाया. जब पीड़िता ने जब इसका विरोध किया तो दरिंदों ने उसका वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी दी. साथ ही यह भी कहा कि अगर इस बात की जानकारी किसी को दोगी तो जान से मार देंगे.

इस घटना से डरी सहमी छात्रा दस दिनों तक चुप रही, जिसके बाद हिम्मत कर पीड़िता ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी परिजनों को दी. इसके बाद परिजन छात्रा को लेकर जनकपुर थाना पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी पुलिस दी. पुलिस ने मामले की गंभीरता समझते हुए उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद मामले में कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार किया.