देहरादून. मिनी प्रसन्ना कुमार, उप-महानिदेशक, एमएनआरई, भारत सरकार ने सौर ऊर्जा क्षेत्र में प्रगति पर शुक्रवार को समीक्षा बैठक ली. बैठक में यूपीसीएल, उरेडा, लघु सिंचाई विभाग के अधिकारियों, राज्य स्तरीय बैंकर समिति और सोलर वेंडरों ने भाग लिया. बैठक में मिनी प्रसन्ना कुमार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लक्ष्य के तहत यूपीसीएल द्वारा 10,000 रूफ टॉप सोलर संयंत्रों में से 8,000 से ज्यादा की स्थापना पर संतोष व्यक्त किया.

उन्होंने संयंत्र स्थापना प्रक्रिया, वेंडर चयन, निरीक्षण और सब्सिडी निर्गतिकरण की प्रगति की भी सराहना की. इस दौरान यूपीसीएल के मुख्य अभियंता, आशीष अरोड़ा ने जानकारी दी कि उत्तराखण्ड में अब तक 32 मेगावाट क्षमता के 8,000 से ज्यादा सोलर रूफ टॉप संयंत्र स्थापित किए गए हैं. योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए यूपीसीएल नोडल इकाई के रूप में कार्यरत है और लोगों को समय पर सब्सिडी भी मिल रही है. उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड में 300 से ज्यादा अधिकृत सोलर वेंडर पंजीकृत हैं, जिनके माध्यम से उपभोक्ताओं के घरों पर सोलर रूफ टॉप संयंत्र लगाए जा रहे हैं.

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यूपीसीएल ने हाल ही में अधिकारियों के लिए ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर सिस्टम पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया. बैठक में मिनी प्रसन्ना कुमार ने राज्य स्तरीय बैंकर समिति के सदस्यों को सोलर संयंत्र लगाने वाले उपभोक्ताओं को ऋण प्रक्रियाओं में आसानी प्रदान करने के लिए प्रेरित किया. इस दौरान उन्होंने विभिन्न कार्यस्थलों का क्षेत्रीय निरीक्षण किया और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में उत्तराखण्ड की प्रगति और सौर ऊर्जा के विस्तार के लिए प्रयासरत सभी विभागों और संस्थाओं की प्रशंसा की.