Blue Sapphire Gemstone: शनिदेव का रत्न नीलम किसी जानकार ज्योतिषी की सलाह से ही धारण करना चाहिए. नीलम, जिसे शनि ग्रह का रत्न कहा जाता है, बहुत मूल्यवान है और हर कोई इसे खरीद नहीं सकता. नीलम रत्न बहुत शक्तिशाली है. इसका व्यक्ति के जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है. इस रत्न को पहनने से पहले कहा जाता है कि यह आपके लिए सही है या नहीं, इसका पता एक दिन में ही लग जाता है. एक दिन पहले सोते समय इसे अपने पास या अपने तकिए के नीचे रखकर इसकी शक्ति जानी जा सकती है.

वैदिक ज्योतिष में शनिदेव को व्यक्ति के कर्म के अनुसार फल देने वाले तथा न्याय प्रिय देवता माना गया है. अगर हम शनिदेव के रत्न की बात करें तो शनिदेव का रत्न नीलम जो व्यक्ति पहनता है उसे जीवन में कम संघर्ष करना पड़ता है. ऐसा व्यक्ति भाग्य से अधिक कर्म पर विश्वास करता है. नीलम पहनने से करियर और व्यवसाय में उन्नति होने की संभावना रहती है.

इन राशि के जातक नीलम धारण कर सकते हैं

नीलम रत्न को कुंभ राशि और मकर राशि के लोग धारण कर सकते हैं, क्योंकि इन राशियों के स्वामी शनि देव हैं. वृषभ, कन्या, मिथुन और तुला राशि के लोग भी नीलम पहन सकते हैं. यदि कुंडली में शनिदेव की स्थिति उच्च है. इसके अतिरिक्त यदि शनि देव शुभ (उत्कृष्ट) कुंडली में स्थित हैं, तो आप नीलम पहन सकते हैं. इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि देव त्रिकोण और कर्म भाव के स्वामी हैं.

इस विधि से धारण करें नीलम (Blue Sapphire Gemstone)

बाजार में सर्वोत्तम नीलम रत्न श्रीलंका से आते हैं. जिसे सीलोन कहा जाता है. लेकिन यह थोड़ा महंगा है. नीलम रत्न शरीर के वजन के अनुसार खरीदा जाना चाहिए. आप नीलम को अंगूठी या पेंडेंट के रूप में भी पहन सकते हैं. पंचधातु में नीलम पहनना शुभ होता है. जबकि नीलम को मध्यमा अंगुली में पहना जा सकता है. शनिवार को नीलम धारण करना लाभदायक होता है.

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