प्रयागराज। महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद मेला क्षेत्र में अनुभवी ऑफिसर्स की ड्यूटी लगाई गई है। IAS आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को तत्काल प्रयागराज पहुंचने को कहा गया है। गोयल और गोस्वामी की जोड़ी ने विजय किरण के साथ मिलकर 2019 अर्ध कुंभ करवाया था। भानु तब डीएम और प्राधिकरण के VC थे। आशीष गोयल तब के इलाहाबाद के कमिश्नर और अर्धकुंभ मेला का प्रभारी थे। 5 और विशेष सचिव रैंक के अधिकारियों को कुंभ भेजा गया है। जिनका अनुभव रहा है। महाकुंभ में तीन PCS अफसरों को भी तैनात किया गया है। जिनमें प्रफुल्ल त्रिपाठी, प्रतिपाल सिंह चौहान, आशुतोष दुबे जैसे अफसरों का नाम शामिल है। सारे अफसर 15 फरवरी तक मेला क्षेत्र में तैनात रहेंगे। हालांकि पुलिस विभाग में अभी किसी को कुंभ जाने को नहीं कहा गया है।

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भगदड़ के बाद प्रशासन ने किए बड़े बदलाव

महाकुंभ में भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने 5 बड़े बदलाव किए हैं। ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और अव्यवस्था से बचा जा सके। इन बदलावों में वाहन प्रवेश पर बैन, वीवीआईपी पास रद्द करने, ट्रैफिक व्यवस्था जैसे कदम उठाए गए हैं।

ये हैं 5 बदलाव

मेला क्षेत्र नो-व्हीकल जोन घोषित – किसी भी वाहन को अंदर जाने की अनुमति नहीं
VVIP पास रद्द – विशेष पास के जरिए वाहन प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित
वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था – सुगम आवागमन के लिए मार्गों को एकतरफा किया गया
सीमा पर वाहनों की रोक – जिले में आने वाले वाहनों को सीमाओं पर रोका जा रहा
4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध – भीड़ नियंत्रण के लिए सख्त नियम लागू

महाकुंभ हादसे की होगी न्यायिक जांच

वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी प्रशांत कुमार आज प्रयागराज दौरे पर रहेंगे। जहां वे महाकुंभ हादसे के कारणों का पता लगाने का प्रयास करेंगे। महाकुंभ भगदड़ को लेकर गृह विभाग के प्रमुख सचिव ने न्यायिक आयोग के गठन की अधिसूचना जारी की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश देते हुए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया। इस आयोग के अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार होंगे, जबकि पूर्व डीजी वी.के. गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डी.के. सिंह को आयोग में शामिल किया गया है। यह आयोग एक समय सीमा के अंदर अपनी रिपोर्ट देगा। पुलिस भी मामले की जांच करेगी और हादसे के कारणों की गहराई से पड़ताल की जाएगी।

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भगदड़ में 30 लोगों की मौत

बता दें कि महाकुंभ क्षेत्र में मंगलवार रात 2 बजे अचानक भगदड़ मच गई थी। जिसमें 30 के आसपास लोगों की मृत्यु हुई है। 36 घायलों का प्रयागराज में उपचार चल रहा है। शेष घायलों को उनके परिवार से सदस्य लेकर चले गए हैं। मरने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है। अभी भी मेला क्षेत्र में कई लोग स्वजनों को खोज रहे हैं। जिनका कोई पता नहीं चल रहा है। प्रशासन लगातार राहत बचाव कार्य चला रहा है। मौके पर भारी सुरक्षा बल तैनात है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ मौके पर तैनात है। घटना में घायल हुए लोगों का अलग-अलग अस्पताल में एडमिट किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि महाकुम्भ मेला क्षेत्र हो या प्रयागराज यातायात न रुके, बाहर जाने का मार्ग रुकना नहीं चाहिए। एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है। प्रयागराज के सभी स्टेशनों पर ज्यादा भीड़ इकट्ठा न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाए।