पटना। राजधानी से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित मसौढ़ी उपकारा जेल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें कैदियों को शराब पीते और गांजा फूंकते देखा जा सकता है। इसके अलावा वीडियो में कैदी मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल करते नजर आ रहे हैं। इस वायरल वीडियो ने जेल प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है और यह मामला तेजी से चर्चा का विषय बना हुआ है।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई बार सवाल उठे
वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मसौढ़ी उपकारा जेल के जेलर उमाशंकर शर्मा ने मीडिया को बताया कि वीडियो में दिख रहे कैदियों से पूछताछ की गई है। उन्होंने बताया कि कैदियों ने अपने किए को एक तरह का नाटक करार दिया है। कैदियों का दावा है कि वे कुछ सिपाहियों को बदनाम करने के मकसद से ऐसा कर रहे थे। जेलर ने साफ किया कि वीडियो में दिखाई गई शराब असल में पानी था, जबकि गांजे के स्थान पर तुलसी का पत्ता इस्तेमाल किया गया था। यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है और कई लोग इसे जेल प्रशासन की सफाई के रूप में देख रहे हैं, तो कुछ इसे गंभीर मुद्दा मान रहे हैं।
गंभीरता से जांच की जा रही
वहीं, बेउर जेल के सुपरवाइजर ऑफिसर और DIG नीरज कुमार झा ने इस मामले पर कहा कि वायरल वीडियो का संज्ञान लिया गया है। उन्होंने मीडिया को आश्वासन दिया कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। DIG ने स्पष्ट किया कि जेल प्रशासन ऐसे मामलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और कानून के मुताबिक सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
जेल प्रशासन पर सवाल
यह वीडियो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर कैसे कैदी शराब और गांजा जैसी मादक पदार्थों का सेवन जेल के भीतर कर पा रहे हैं। मोबाइल फोन का इस्तेमाल भी जेल में प्रतिबंधित है, इसलिए प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हुए हैं। हालांकि जेलर और DIG के बयान के बाद प्रशासन यह साफ करना चाहता है कि वीडियो में दिख रही चीजें वास्तविक नहीं हैं, लेकिन इस घटना ने जेल की निगरानी व्यवस्था और अनुशासन पर सवाल जरूर खड़े किए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई बार सवाल उठे
मसौढ़ी उपकारा जेल में यह पहली बार नहीं है जब कैदियों की इस तरह की गतिविधि सोशल मीडिया पर वायरल हुई हो। पिछले कुछ समय में जेल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई बार सवाल उठे हैं। अब देखना होगा कि जांच के बाद जेल प्रशासन किस तरह के कदम उठाता है और इस घटना का क्या निष्कर्ष निकलता है।