वीरेंद्र कुमार/नालंदा: जिले के हिलसा नगर परिषद ने शहरी कचरा प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक अभिनव उदाहरण पेश किया है. नगर परिषद द्वारा स्थापित मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (MRF) केंद्र पर गीले-सूखे कचरे का वैज्ञानिक तरीके से पृथक्करण कर उच्च गुणवत्ता वाली जैविक खाद तैयार की जा रही है. स्वास्थ्य पदाधिकारी उज्ज्वल आनंद के अनुसार गोबर, गुड़ और विशेष डिकम्पोजर की सहायता से 45 दिनों में तैयार होने वाला यह खाद पूरी तरह रसायनमुक्त और प्राकृतिक होता है.

रासायनिक उर्वरकों की घट रही निर्भरता 

यह जैविक खाद मात्र ₹6 प्रति किलो की दर से स्थानीय किसानों और शहरी बागवानी प्रेमियों को उपलब्ध कराया जा रहा है. इसकी मांग पटना और रांची तक पहुंच चुकी है. इस पहल से न केवल कचरा प्रबंधन बेहतर हुआ है, बल्कि रासायनिक उर्वरकों की निर्भरता भी घट रही है. यह प्रयास मिट्टी, जल और वायु को प्रदूषण से बचाने में अहम भूमिका निभा रहा है और प्रदेश के अन्य निकायों के लिए आदर्श बन गया है. 

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