Jagannath Temple Mystery: हर 12 साल में बदली जाती है मूर्ति, नहीं बदलता लट्ठा
हर 12 वर्षों में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियां बदली जाती हैं.
लेकिन उनके भीतर स्थित एक "लट्ठा" (लकड़ी का एक टुकड़ा) नहीं बदला जाता
यह लट्ठा भगवान का हृदय माना जाता है और इसे बहुत पवित्र माना जाता है
परन्तु उनके भीतर स्थित यह दिव्य लट्ठा अपरिवर्तित रहता है यह प्रक्रिया 'नवकलेवर' कहलाती है.
लट्ठा स्थानांतरित करते समय पुजारियों की आंखों पर पट्टी बांध दी जाती है और उनके हाथ भी कपड़े से ढंके रहते हैं.
मान्यता है कि यदि कोई उस दिव्य लट्ठे को देख ले तो उसकी मृत्यु निश्चित है इसलिए अब तक किसी ने उसे नहीं देखा.
पुजारी सिर्फ उसका स्पर्श किए बिना अनुभव करते हैं और कहते हैं कि यह बहुत कोमल प्रतीत होता है
Jagannath Temple Mystery: जगन्नाथ पुरी के मंदिर में भगवान की मूर्तियां क्यों हैं अधूरी…
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