सत्या राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर स्वच्छता को जनआंदोलन का रूप देने की तैयारी है। राज्य के डिप्टी CM और लोक निर्माण, नगरीय प्रशासन, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अरुण साव ने आदेश जारी कर सभी नगरीय निकायों को ‘स्वच्छता ही सेवा अभियान-2025 (SHS-2025)’ के क्रियान्वयन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। यह अभियान 17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक पूरे प्रदेश में चलेगा।
डिप्टी CM अरुण साव ने कहा कि स्वच्छता भारतीय संस्कृति और संस्कार का प्रतीक है। यह केवल सफाई का काम नहीं बल्कि समाज की चेतना और भावी पीढ़ियों के स्वस्थ भविष्य से जुड़ा हुआ प्रयास है। उन्होंने कहा – “हमारे पूर्वजों से मिली यह परंपरा अब एक जन-उत्सव का रूप ले चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर छत्तीसगढ़ इसे उत्सव की तरह मनाकर देश को नई दिशा देगा।”

पिछली उपलब्धियों से प्रेरणा
डिप्टी सीएम ने बताया कि पिछले वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 में छत्तीसगढ़ ने ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की थीं –
- अंबिकापुर, पाटन और बिश्रामपुर देश के 23 स्वच्छतम शहरों की “सुपर स्वच्छ लीग” में शामिल होकर राष्ट्रपति से सम्मानित हुए।
- बिलासपुर, कुम्हारी और बिल्हा ने अपनी-अपनी श्रेणी में “स्वच्छ शहर पुरस्कार” जीता।
- राजधानी रायपुर को “प्रॉमिसिंग स्वच्छ शहर” का पुरस्कार मिला।
इन सात शहरों को मिले राष्ट्रीय सम्मान पर अरुण साव ने नगरीय निकायों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों को बधाई दी और कहा कि यही उत्साह अब स्वच्छता ही सेवा अभियान-2025 की आधारशिला बनेगा।
इस बार का थीम – “स्वच्छोत्सव : स्वच्छ एवं हरित उत्सव”
भारत सरकार ने इस वर्ष अभियान का थीम “स्वच्छोत्सव – स्वच्छ एवं हरित उत्सव” तय किया है। इसका उद्देश्य न केवल नगरों को साफ रखना है, बल्कि त्योहारों और सार्वजनिक आयोजनों को भी पर्यावरण अनुकूल बनाना है।
अभियान की रूपरेखा और प्रमुख गतिविधियाँ
आदेश में अभियान की कई प्रमुख गतिविधियां तय की गई हैं –
1 – स्वच्छता लक्षित इकाइयों (CTUs) का रूपांतरण
प्रत्येक शहर में उपेक्षित एवं कठिन स्थानों को चिन्हित कर उन्हें पार्क, बच्चों के खेल मैदान या सामुदायिक स्थल में बदला जाएगा।
इससे न केवल स्वच्छता बढ़ेगी बल्कि नागरिकों को नए सामुदायिक स्थल भी मिलेंगे।
2 – सार्वजनिक स्थलों की सफाई
शासकीय/अर्द्धशासकीय कार्यालय, स्कूल-कॉलेज, धार्मिक स्थल, बाजार, मंडी, चौक-चौराहे, उद्यान, शहीद स्मारक और अटल परिसर में वृहद सफाई अभियान होगा।
इस कार्य में आम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
3 – त्योहारों को स्वच्छ और हरित बनाना
गणेशोत्सव और नवरात्र जैसे आयोजनों में इको-फ्रेंडली पंडाल और प्लास्टिक मुक्त बाजार पर जोर दिया जाएगा।
मूर्तियों के पर्यावरण अनुकूल विसर्जन को बढ़ावा मिलेगा।
4 – सफाई मित्र सुरक्षा शिविर
नगर निगमों में कार्यरत सफाई दीदी और सफाई मित्रों के लिए वन-स्टॉप हेल्थ एंड वेलफेयर कैम्प लगाए जाएंगे।
इनमें स्वास्थ्य जांच, पीपीई किट वितरण और केंद्र/राज्य योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा।
5 – जन-जागरूकता अभियान
रैलियाँ, प्रभात फेरियाँ, स्वच्छता शपथ, निबंध-चित्रकला प्रतियोगिताएँ और जनसंवाद आयोजित होंगे।
नागरिकों को ‘हर गली, हर मोहल्ला’ स्तर पर जोड़ा जाएगा।
विशेष आयोजन और तिथियाँ
- 17 सितंबर 2025 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को “स्वच्छोत्सव” के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन शपथ ग्रहण, प्रभात फेरी और सार्वजनिक स्थानों की सफाई होगी।
- 25 सितंबर 2025 : पूरे देश में “एक दिन, एक घंटा, एक साथ महाश्रमदान” कार्यक्रम का आयोजन होगा। इसमें जनप्रतिनिधियों से लेकर आम नागरिक तक शामिल होंगे।
- 2 अक्टूबर 2025 : महात्मा गांधी जयंती को “स्वच्छ भारत दिवस” के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन राज्यभर के शहर साफ-सुथरे और प्रेरणादायी रूप में प्रस्तुत होंगे।

डिप्टी सीएम की अपील
अरुण साव ने सभी महापौरों और अध्यक्षों से अपील की कि वे इस अभियान को केवल सफाई तक सीमित न रखें, बल्कि इसे नागरिक गर्व और सामूहिक जिम्मेदारी का उत्सव बनाएं। उन्होंने कहा – “यह अभियान तभी सफल होगा जब इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक, समाज के हर वर्ग की भागीदारी होगी। हमारा लक्ष्य केवल स्वच्छता नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ को एक मॉडल राज्य के रूप में प्रस्तुत करना है।”
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