Bihar News: बिहार बीजेपी के अंदर चल रहा खेल अब खुल कर सामने आने लगा है. पार्टी के अंदर पिछले दो सालों से सबसे ज्यादा चर्चा सम्राट चौधरी कल्चर की हो रही थी. चर्चा ये थी कि सम्राट चौधरी के पावर में आने के बाद बीजेपी के असली कार्यकर्ता और नेताओं को किनारे कर दिया गया है. पार्टी से लेकर सरकार में सिर्फ सम्राट चौधरी के कुछ खास लोग ही हावी हैं.

पार्टी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी आज मंगलवार को इशारों ही इशारों में इसा बात को मान लिया. उन्होंने अपने डिप्टी सीएम औऱ मंत्रियों को सख्त हिदायत दे दी है कि अब पार्टी में नवाबी नहीं चलेगी.

पार्टी कार्यकर्ताओं ने जताई नाराजगी

दरअसल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और राज्य सरकार में मंत्री दिलीप जायसवाल मंगलवार 19 नवंबर को भागलपुर के दौरे पर थे. भागलपुर में उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की, जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष के सामने अपनी नाराजगी जताई. कार्यकर्ताओं का आरोप था कि बीजेपी में अब कुछ खास लोगों की ही चल रही थी. सालों से अपना खून-पसीना देने वाले कार्यकर्ता हाशिये पर ढ़केल दिये गये हैं. इसके बाद दिलीप जायसवाल अपने ही डिप्टी सीएम और मंत्रियों पर जमकर बरसे.

डिप्टी सीएम और मंत्रियों की दी सलाह

दिलीप जायसवाल ने कार्यकर्ताओं की खुली बैठक में कहा-“ बीजेपी कोटे से जितने भी डिप्टी सीएम और मंत्री हैं, सबको मैंने कह दिया है. आप लोग अपने स्वभाव और संस्कार को बदलिये. बीजेपी के स्वभाव और संस्कार को अपनाना होगा. कोई अरिस्टोक्रेसी नहीं चलेगी. ये मैंने स्पष्ट आदेश अपने सारे डिप्टी चीफ मिनिस्टर और मंत्रियों को दे दिया है.”

सीखना पड़ेगा पार्टी का संस्कार

दिलीप जायसवाल ने कार्यकर्ताओं की खुली बैठक में कहा-मैंने अपने सारे डिप्टी सीएम और मंत्रियों को कहा है. अगर हमारा कोई कार्यकर्ता पटना जाता है, तो जिस तरह भगवान कृष्ण अपने सुदामा के लिए नंगे पांव दौड़ कर आये थे. वहीं, आदत सीखना पड़ेगा. कार्यकर्ता के लिए गेट तक दौड कर जाना पड़ेगा. उसे गले लगाना सीखना पड़ेगा. यही भारतीय जनता पार्टी का संस्कार है.

गणेश परिक्रमा करने वाले नेता पसंद नहीं

दिलीप जायसवाल ने कहा कि, प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी संभाले मुझे बहुत कम दिन हुआ है. लेकिन मैंने स्पष्ट तौर पर पार्टी के सिस्टम के सभी लोगों को साफ-साफ कह दिया है. खास तौर पर जो नेता पटना में परमानेंट रहते हैं, उन लोग को समझा दिया है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, पटना में रहने वाले नेताओ को मैंने समझा दिया है कि वे गांव में जायें, बूथ पर जायें, शक्ति केंद्र पर जायें. मुझे किसी भी सूरत में पटना में रहकर गणेश परिक्रमा करने वाले नेता पसंद नहीं हैं.

दिलीप जायसवाल ने आगे कहा कि, मैंने अपनी पार्टी में सुधार की कोशिश शुरू कर दी हैं. मेरे दरवाजे पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए 24 घंटे खुले हैं. बाकी जितने बड़े नेता हैं, उन्हें मैंने धरातल पर उतरने का निर्देश दिया है. वे धरातल पर उतर कर जनसंघ जैसा माहौल फिर से लाना है.

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लोकसभा 2025 के बाद हुई थी दिलीप जायसवाल की नियुक्ति

दरअसल, संगठन के लिए जाने जानी वाली बीजेपी की बिहार में दुगर्ति की चर्चा इस समय जोरो पर है. पार्टी देख रही थी कि उसके जमीनी कार्यकर्ता पूरी तरह सुस्त हो गए हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी को इसका अंदाजा हुआ था. इसके बाद ही नये प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति हुई थी. पार्टी के अंदर चर्चा ये हो रही थी कि काफी दिनों तक आलाकमान ने सम्राट चौधरी को सारा पावर दे रखा था. लेकिन सम्राट चौधरी को बीजेपी के वास्तविक कल्चर से कोई लेना-देना नहीं था.

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