East Singhbhum Village Ramchandrapur: झारखंड (Jharkhand) के पूर्वी सिंहभूम जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां घाटशिला थाना अंतर्गत कालचिती पंचायत का गांव रामचन्द्रपुर में अनोखी शवयात्रा निकली। इस शवयात्रा में बेटियों ने पिता को कंधा दिया। इतना ही नहीं शवयात्रा में सिर्फ महिलाएं शामिल हुईं।

Budget Session 2025 Live: आठवें वेतन आयोग, महाकुंभ हादसा, 70+ बुजुर्गों को आयुष्मान, मिडिल क्लास, युवाओं और महिलाओं की बात… जानें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण में और क्या रहा

दरअसल रामचन्द्रपुर गांव में केवल एक पुरुष बचा था। उसकी भी बीमारी के चलते मौत हो गई। इसके बाद गांव की महिलाओं ने अर्थी बनाई। मृतक की बेटियों ने उसे कांधा दिया और पत्नी अंतिम यात्रा में साथ चली। सभी ने मिलकर उसका अंतिम संस्कार किया।

‘Poor Lady…बहुत थक गई थीं’, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर ये क्या बोल गईं सोनिया गांधी, Watch Video

इस गांव में सबर जाति के लोग रहते हैं। यहां के पुरुष मजदूरी के लिए केरल और तमिलनाडु गए हुए हैं। गांव में रह रहे मात्र एक पुरुष 40 साल के जुंआ सबर की बीमारी के कारण मौत हो गई। इसके बाद गांव की महिलाओं ने उसका अंतिम संस्कार किया।

‘मैं इकरा हसन का फैन हूं…,’ सपा सांसद की सादगी और खूबसूरती पर फिदा हुए मनीष सिसोदिया, बोले- वो युवाओं की रोल मॉडल

मृतक के दोनों बेटे बाहर गए हुए थे

मृतक ने दो शादियां की थीं। पहली पत्नी की पूर्व में मौत हो चुकी थी। उसकी बेटियों ने अपने पिता की अर्थी को कांधा दिया। शव यात्रा में उसकी दूसरी पत्नी साथ चली। वहीं, बेटियों ने अन्य महिलाओं के सहयोग से गड्ढा खोदकर शव को दफनाया। बताया जाता है कि मृतक जुंआ सबर का 17 वर्षीय बेटा तमिलनाडु में मजदूरी करता है। वहीं, उसका 10 वर्षीय बेटा रिश्तेदारी में था।

कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्रियों पर बरसे राहुल गांधी, बोले- झूठ नहीं बोलूंगा… 90 के दशक में कांग्रेस ने दलितों और OBC का भरोसा खो दिया था, अपनी दादी इंदिरा गांधी के कार्यकाल पर भी कह दी बड़ी बात

मजदूरी पर निर्भर हैं सबर जाति के लोग

गांव बेहद पिछड़ा और यहां के लोग मजदूरी पर निर्भर हैं। गांव में सबर जाति के लोग रहते हैं। उनकी संख्या में लगातार घटती जा रही है। हालत काफी दयनीय है। लोग विस्थापितों की तरह जीवन यापन कर रहे हैं। जुंआ सबर की मौत से उसके परिजनों समेत पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

कुत्ते को भी नहीं छोड़ा, फुट ओवर ब्रिज पर युवक ने श्वान के साथ रेप किया; VIDEO Viral

गांव में रहते हैं 28 परिवार

एक रिपोर्ट के मुताबिक, गांव रामचन्द्रपुर जंगलों की बीच बसा हुआ है। यहां सबर जाति के करीब 28 घर हैं। इनमें करीब 80-85 लोग रहते हैं। गांव के करीब 20 पुरुष मजदूरी के लिए दूसरे राज्यों में रहते हैं। गांव में पुरुषों में केवल जुंआ सबर रहता था। पिछले दिनों वह बीमार हो गया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। गांव में कोई पुरुष नहीं था, इसलिए गांव की महिलाओं ने उसका अंतिम संस्कार किया। पहले महिलाओं ने अर्थी तैयार की फिर जुंआ सबर की शव यात्रा निकाली।

‘जन्नत’ की सैर अब वंदे भारत एक्सप्रेस से… दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल से गुजरी Kashmir 1st Vande Bharat Express, वीडियो देखकर आपका दिल भारतीय होने पर करेगा ‘गर्व’

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m