रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे दिन बिलासपुर के ग्राम लोफंदी में अवैध शराब पीने से हुई मौतों का मामला उठा. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल किया कि कच्ची शराब बनाने वाले के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई. इस पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. एफएसएल की आने वाली रिपोर्ट को स्वीकारा जाएगा. गृह मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया. यह भी पढ़ें : CG Budget Session 2025 : दागदार राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारियों पर कार्रवाई के सवाल पर सीएम साय ने दिलाया विश्वास, कहा- नहीं बख्शे जाएंगे अपराधी

इसके पहले नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने ध्यानाकर्षण के जरिए ग्राम लोफंदी में मौत का मामला उठाते हुए कहा कि प्रदेश में शराब की बाढ़ आई है, इसे रोकना होगा. गली-गली में लोग शराब बेच रहे हैं. अवैध शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो.

गृह मंत्री विजय शर्मा ने इस पर कहा कि कोई बात छिपाने की नहीं है. जीरो टॉलरेंस पर काम चल रहा है. नशे का कारोबार करने वाले लोगों की प्रॉपर्टी अटैच की गई है. इस प्रकरण में जांच के लिए छह सदस्यीय टीम बनी है, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. कुछ लोग आदतन इस काम पर लगे हैं, उन्हें समझाया गया है. कई लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है.

डॉ. महंत ने कहा कि बच्चों के भविष्य ठीक करने के लिए शराब बिक्री रोकनी होगी. स्कूलों मे शिक्षक शराब सेवन कर पहुंचे रहे हैं. इस पर विजय शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की प्रथा बनाई गई थी, उसका असर देखने को मिल रहा है.
साय सरकार ने इस प्रथा को छुआ नहीं, चिमटी से उठा कर फेंक दिया है.

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि वहां कच्ची शराब बन रही थी, उस पर क्या कार्रवाई हुई है. कच्ची शराब बनाने वाले के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है. विजय शर्मा ने कहा कि जांच की जा रही है. एफएसएल की जो रिपोर्ट आएगी, उसे स्वीकारा जाएगा. गृह मंत्री ने कहा कि कुछ लोग आदतन इस काम पर लगे हैं. उन्हे समझाया गया है. कई लोगों पर कार्रवाई भी की गई है. गृहमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वॉकआउट किया.