चन्द्रकान्त/बक्सर: जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में हुई ताबड़तोड़ फायरिंग और हत्या कांड में अब पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि मनोज यादव और पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष संतोष यादव की भूमिका की पुष्टि हो चुकी है. जांच में मिले सबूतों के आधार पर इन नेताओं और उनके करीबियों के शामिल होने की बात सामने आई है. हालांकि अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है और ना ही इनकी गिरफ्तारी हो सकी है.
अभियुक्तों तक पहुंचने की कोशिश
मौके से बरामद की गई चारपहिया गाड़ी उन्हीं लोगों की बताई जा रही है, जो घटना में प्रयुक्त हुई थी. इसके साथ ही पुलिस तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच को आगे बढ़ा रही है. कॉल डिटेल रिकॉर्ड, मोबाइल लोकेशन और घटनास्थल के आसपास एक्टिव मोबाइल की निगरानी के जरिये अभियुक्तों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है.
डीआईजी ने लिया जायजा
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए शाहाबाद रेंज के डीआईजी डॉ. सत्य प्रकाश स्वयं मौके पर पहुंचे और जांच का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि इस घटना में तीन लोगों की हत्या हुई है जबकि दो अन्य को गोली लगी है, जिनमें से एक की हालत नाजुक है.
विशेष टीम गठित
पत्रकारों से बात करते हुए डीआईजी ने कहा कि हत्या की सूचना मिलते ही वे स्वयं, एसपी शुभम आर्य, डीएम और अन्य अधिकारियों के साथ सुबह से ही मौके पर जुटे हैं. उन्होंने बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विशेष टीम गठित कर दी है और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है.
थानाध्यक्ष पर गिरेगी गाज
जब ग्रामीणों ने यह आरोप लगाया कि आरोपी पहले भी थाने में आकर बैठकी लगाते थे और थानाध्यक्ष से उनके संबंध मधुर रहे हैं, तब इस पर प्रतिक्रिया देते हुए डीआइजी ने कहा कि इन आरोपों की भी जांच होगी. उन्होंने यह भी बताया कि जिस व्यक्ति पर मुख्य आरोप है वह वर्ष 2024 में चार्जशीटेड रहा है.
पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स तैनात
इलाके में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात है. फिलहाल पुलिस की दबिश लगातार जारी है और प्रशासन इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करने में पूरी ताकत झोंक चुका है. इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है, जबकि परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
बहस के बाद हुआ हत्याकांड
बता दें कि अहियापुर में बालू व्यवसाय को लेकर हुए विवाद के बाद शनिवार की सुबह ही आरोपी पहुंच गए और उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. फायरिंग में घटनास्थल पर ही गिट्टी-बालू व्यवसायी विनोद सिंह यादव और सुनील सिंह यादव की मौत हो गयी, जबकि इलाज के दौरान वीरेंद्र सिंह यादव ने भी दम तोड़ा था. सूचना मिल रही है कि इन्हें के भतीजे मंटू यादव की हालत भी गंभीर बनी हुई है जबकि एक अन्य भी घायल हैं, जिनका इलाज वाराणसी में ही हो रहा है.
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