Home Loan Interest Rate: अगर आप नया घर खरीदने की योजना बना रहे हैं या पहले से चल रहे होम लोन की EMI से परेशान हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने रेपो रेट में कटौती करते हुए इसे 6.00% से घटाकर 5.50% कर दिया है.
इस कदम के तुरंत बाद, बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB), यूको बैंक और बैंक ऑफ इंडिया जैसे कई प्रमुख बैंकों ने अपने होम लोन पर ब्याज दरों में कमी करने का फैसला किया है, जिससे ग्राहकों को सीधी राहत मिलेगी.
Also Read This: हर महीने 5000 की निवेश पर पाएं 56,000 का मुनाफा, जानिए Post Office की ये शानदार स्कीम

यह बदलाव इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि रेपो रेट वह ब्याज दर होती है जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकालिक ऋण प्रदान करता है. जब इसमें कटौती होती है, तो बैंकों के लिए फंड प्राप्त करना सस्ता हो जाता है, जिससे वे ग्राहकों को भी कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराते हैं.
2025 में लगातार तीसरी बार रेपो रेट में की गई यह कटौती, खासकर होम लोन लेने वालों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है, क्योंकि इससे उनकी EMI में राहत मिल सकती है और लोन का कुल बोझ भी कम हो सकता है.
कौन-कौन से बैंक दे रहे हैं राहत? (Home Loan Interest Rate)
1. बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB)
- नई RLLR (Repo Linked Lending Rate): 8.15%
- कटौती: 50 बेसिस पॉइंट्स
- लागू तिथि: 7 जून 2025
- प्रभाव: नए और मौजूदा दोनों ग्राहकों को राहत
2. एचडीएफसी बैंक
- MCLR में कटौती: 10 बेसिस पॉइंट्स
- नई दरें:
- ओवरनाइट – 8.90%
- तीन महीने – 8.95%
- लागू तिथि: 7 जून 2025
Also Read This: Online Shopping Tracking: आपकी ऑनलाइन शॉपिंग पर है सरकार की नजर! जानिए क्या है इसके पीछे का मकसद…
3. पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
- पुरानी RLLR: 8.85%
- नई RLLR: 8.35%
- नई होम लोन दरें: 7.45% से शुरू
- लागू तिथि: 9 जून 2025
4. यूको बैंक
- RLLR में कटौती: 50 बेसिस पॉइंट्स
- लाभ: होम, ऑटो और अफोर्डेबल हाउसिंग लोन पर राहत
5. बैंक ऑफ इंडिया
- कटौती: 25 बेसिस पॉइंट्स
- नई लेंडिंग रेट: 8.35%
- प्रभाव: रिटेल और MSME लोन ग्राहकों को फायदा
Also Read This: ट्रेन से गाजर-मूली की तरह कट गए 8 लोगः महाराष्ट्र के कल्याण में बड़ा रेल हादसा, लोकल ट्रेन में चढ़ने की होड़ में पटरी पर गिरे 10-12 लोग, देखें वीडियो
EMI कम होने से आपकी जेब पर असर (Home Loan Interest Rate)
RBI द्वारा अब तक की कुल 1% रेपो रेट कटौती के चलते होम लोन की EMI में सीधी गिरावट देखने को मिलेगी. उदाहरण के लिए, यदि किसी का ₹30 लाख का होम लोन 20 वर्षों के लिए चल रहा है, तो ब्याज दर में 1% की कमी से वर्षों की अवधि कम हो सकती है और लाखों रुपये की बचत संभव है.
आप चाहें तो EMI को वही बनाए रखते हुए लोन की अवधि घटा सकते हैं या EMI कम कर अपनी मासिक वित्तीय ज़िम्मेदारी हल्की कर सकते हैं.
क्या यही है घर खरीदने का सही समय? (Home Loan Interest Rate)
विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा ब्याज दरें पिछले तीन वर्षों के न्यूनतम स्तर पर हैं. ऐसे में यह समय अफोर्डेबल और मिड-इनकम सेगमेंट के लिए बेहद अनुकूल हो सकता है. ब्याज दरों में कटौती से रियल एस्टेट सेक्टर में नई जान आएगी और अफोर्डेबल हाउसिंग की मांग में उछाल आने की संभावना है.
यदि आप नई संपत्ति खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह वित्तीय दृष्टि से उपयुक्त समय हो सकता है — खासकर तब जब लोन पर कम ब्याज मिल रहा हो और बिल्डर्स भी आकर्षक ऑफर्स दे रहे हों.
Also Read This: मुस्लिमों को ‘कठमुल्ला’ कहने वाले जस्टिस एसके यादव के खिलाफ नहीं होगी जांच, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, जानें वजह?
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें