गंजाम. बीते दिनों जिले में कुछ लोगों ने दो युवकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया. लोगों ने दोनों युवकों को प्रताड़ित किया. सर गंजा कर घुमाया. इसे लेकर मायावती ने निशाना साधा है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि ‘उड़ीसा राज्य के गंजाम जिले में कुछ जातिवादी संगठनों द्वारा दो दलित युवकों के हाथ-पैर बांधकर उनकी बेरहमी से पिटाई करना, आधे सर के बाल काटना, घुटनों पर चलने, नाले का गन्दा पानी पीने को मजबूर करना यह घोर अमानवीय कृत्य हैं जिसकी जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है.’
मायावती ने आगे लिखा कि ‘उड़ीसा सरकार के साथ-साथ केन्द्र सरकार भी इस घटना का संज्ञान लेकर सभी दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे, ताकि इस तरह की जघन्य घटना दोबारा ना हो सके. यही सभी की मांग.’
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दरअसल, गो-तस्करी के शक में दो दलित युवकों को बुरी तरह पीटा गया. उनका सर मुंडवाकर उन्हें घुटनों के बल रेंगने, घास खाने और नाली का पानी पीने के लिए मजबूर किया गया. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. ये घटना 22 जून को खारिगुमा गांव की है.
पुलिस के मुताबिक सिंगीपुर गांव के रहने वाले बबुला नायक और बुलु नायक हरिऔर इलाके से दो गाय और एक बछड़ा अपने गांव ले जा रहे थे. खारिगुमा गांव में गो-रक्षकों ने उन्हें रोका. उनसे 30 हजार रुपये मांगे. जब दोनों ने मना किया तो उनकी पिटाई कर दी गई.
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