Rajasthan News: कांग्रेस संगठन सृजन अभियान के तहत उत्तर प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी राजेश तिवारी शनिवार को बाड़मेर और बालोतरा के दौरे पर रहे। उन्होंने जिला और ग्रामीण कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर आगामी जिलाध्यक्ष चयन को लेकर रायशुमारी की। इस दौरान कांग्रेस दो धड़ों में बंटी नजर आई एक गुट वीरेंद्र धाम में तिवारी से मिला, जबकि दूसरा गुट पूर्व विधायक मेवाराम जैन के नेतृत्व में सर्किट हाउस पहुंचा।

तिवारी ने जिलेभर के कार्यकर्ताओं से वन-टू-वन चर्चा की और संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व चाहता है कि पदाधिकारी कार्यकर्ताओं की राय से चुने जाएं। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि कुछ नेताओं के बीच मतभेद हैं, जिनकी रिपोर्ट दिल्ली भेजी जाएगी।

पिछले नौ दिनों से तिवारी जिले में अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रहे हैं। रविवार को आयोजित बैठक में यह विभाजन साफ दिखा। एक ओर पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी और हरीश चौधरी के समर्थक वीरेंद्र धाम में एकजुट हुए, तो दूसरी ओर हाल ही में कांग्रेस में लौटे मेवाराम जैन का गुट भी पूरी तरह सक्रिय रहा।

जैन के कार्यालय में समर्थकों की बड़ी बैठक हुई, जिसके बाद वे अपने कार्यकर्ताओं के साथ सर्किट हाउस पहुंचे और तिवारी से मुलाकात की। इस गुट ने जिलाध्यक्ष पद पर युवाओं को मौका देने की बात रखी। सूत्रों के अनुसार, तिवारी अलग-अलग गुटों की राय एकत्र कर रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, जिसे प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष पद को लेकर चल रही यह रस्साकशी अब दिल्ली तक पहुंच चुकी है। सूत्रों का कहना है कि रिपोर्ट के आधार पर ही नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति होगी।

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