गोरखपुर. गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महराज की 55वीं एवं ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ जी महराज की 10वीं पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञानयज्ञ के समापन पर सीएम योगी ने संबोधित किया. इस दौरान सीएम योगी ने इस दौरान ज्ञानवापी को एक ढांचा नहीं, बल्कि भगवान विश्वनाथ का प्रतीक है.

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बता दें कि एक बार फिर सीएम योगी ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर बयान दिया है. सीएम योगी ने कहा कि ज्ञानवापी एक ढांचा मात्र नहीं, बल्कि भगवान विश्वनाथ का प्रतीक है. यहां आदिशंकर को भगवान विश्वनाथ ने अछूत चंडाल के रूप में दर्शन दिया था.

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सीएम योगी ने आगे कहा, ”काशी में ज्ञान साधना के लिए आए आदि शंकर को भगवान विश्वनाथ ने एक अछूत चंडाल के रूप में दर्शन दिया और अद्वैत व ब्रह्म के संबंध में ज्ञानवर्धन किया.” इस संबंध में एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ”केरल से निकले सन्यासी आदि शंकर को जब लगा कि वह अद्वैत ज्ञान में परिपक्व हो गए हैं तो वह ज्ञान अर्जन भगवान विश्वनाथ की पावन नगरी काशी पधारे.

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