प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। लोहारीडीह हत्याकांड मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। मध्यप्रदेश की बालाघाट पुलिस ने खुलासा किया है कि शिवप्रसाद उर्फ कचरू साहू ने आत्महत्या नहीं की थी बल्कि उसकी हत्या कर घटना को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फांसी के फंदे पर लटका दिया गया था। पुलिस ने शिवप्रसाद की हत्या के आरोप में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, इनमें से एक शिवप्रसाद का करीबी दोस्त है जबकि अन्य 3 में से एक लोहरीडीह अग्निकांड में मारे गए रघुनाथ साहू का बेटा और अन्य दो उसके रिश्तेदार है।

एसपी बालाघाट राजेंद्र सिंह ने बताया कि शिवप्रसाद साहू लोहारीडीह में साहू समाज का सर्कल का अध्यक्ष था। उसने आरोपी दिनेश और रोमन साहू के परिवार को समाज से बाहर कर दिया था, इसके बाद जब दिनेश के परिवार को दोबारा समाज में शामिल किया गया तो शिवप्रसाद की दखलअंदाजी की वजह से उन्हें फिर समाज से बाहर निकाल दिया गया। आरोपी दिनेश ने यह भी आरोप लगाया है कि शिवप्रसाद ने पिछले साल अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी और उसके पिता रघुनाथ साहू की हत्या का प्रयास किया था, इसके बाद रघुनाथ साहू पर अपनी पत्नी के साथ छेड़खानी का झूठा मुकदमा करवाया था। दिनेश ने बताया कि शिवप्रसाद ने उसकी मां को साजिश कर सरपंची से भी हटवा दिया था और उसके परिवार को जान से मारने की बार-बार धमकी दे रहा था। वहीं रोमन साहू ने बताया कि शिवप्रसाद ने उसके खेत को जानवरो से चरवा दिया गया था और खेत के घर में आग लगा दिया गया था। इन सब से तंग आकर दिनेश और रोमन ने शिवप्रसाद को हत्या कर रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।

हत्यारों ने इस तरह दिया वारदात को अंजाम

एसपी बालाघाट राजेंद्र सिंह ने बताया आरोपी दिनेश और रोमन काफी समय से इस ताक में थे कि कैसे शिवप्रसाद की हत्या की जाए। दोनों ने हत्या को अंजाम देने के कुछ दिनों पहले शिवप्रसाद की रेकी की, इस दौरान उन्हें पता चला की शिवप्रसाद दमोह आता जाता रहता है। इसके बाद उन्होंने शिवप्रसाद को मध्यप्रदेश की सीमा के भीतर मारने का प्लान बनाया, उन्हें ऐसी आशंका थी कि दूसरे राज्य की पुलिस शायद मामले को गंभीरता से ना ले और इस घटनाक्रम को आत्महत्या के रूप में फाइल कर मामले को रफा दफा कर दें।

शिवप्रसाद के ख़ास दोस्त ने की हत्यारों की मदद

इस हत्याकांड में सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि मृतक शिवप्रसाद के ख़ास दोस्त टेकचंद पटेल ने इस जघन्य अपराध में हत्यारों का साथ दिया। शिवप्रसाद की रेकी करने के बाद दिनेश और रोमन ने हत्या के प्लान में अपनी बुआ के बेटे राखीलाल को भी शामिल कर लिया। इसके बाद उन्होंने शिवप्रसाद के ख़ास दोस्त टेकचंद पटेल को पैसों का लालच देकर अपने साथ मिला लिया और लोकेशन बताने के लिए 10,000 रूपये बतौर एडवांस दिए। इसके बाद 14 सितंबर को टेकचंद ने दिनेश और रोशन को बताया कि शिवप्रसाद दमोह की तरफ गया है, इसके बाद सभी ने प्लानिंग कर मध्यप्रदेश के बीजाटोला गांव के खार में उसकी ह्त्या करने का प्लान बनाया।

शाम करीब 7 बजे टेकचंद ने शिवप्रसाद को चिकन पार्टी के नाम पर बीजाटोला बुलाया, जहां छिपकर पहले से इंतज़ार का रहे रोमन और राखीलाल ने उसे डंडे से मार-मारकर और उसके गमछे से उसका गला घोंटकर बेहोश कर दिया। इसके बाद मौत को आत्महत्या का रूप देने के लिए पास के जंगल के पेड़ पर गमछे से बने फंदे में लटकाकर शिवप्रसाद की ह्त्या कर दी।

शिवप्रसाद साहू उर्फ कचरू साहू की हत्या में गिरफ्तार आरोपियों के नाम

  1. दिनेश कुमार पिता रघुनाथ साहू (33 वर्ष) निवासी ग्राम लोहारीडीह थाना रेंगाखार जिला कबीरधाम छत्तीसगढ
  2. रोमन पिता सनूकलाल साहू(रघुनाथ का भांजा) (32 वर्ष) निवासी ग्राम लोहारीडीह थाना रेंगाखार जिला कबीरधाम छत्तीसगढ
  3. टेकचन्द पिता सनूकलाल पटेल (24 वर्ष) निवासी भेलवाटोला थाना रेंगाखार जिला कबीरधाम छ.ग.
  4. राखीलाल पिता सुखराम हिरवाने (दिनेश की बुआ का बेटा) (40 वर्ष) निवासी बनाफरटोला ग्राम रेलवाही थाना बिरसा जिला बालाघाट

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