Padma Awards 2025: राष्ट्रपति ने वर्ष 2025 के लिए कुल 139 पद्म पुरस्कारों को मंजूरी दी है. इनमें 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं. इस सूची में 23 महिलाएं, 10 विदेशी/एनआरआई/पीआईओ/ओसीआई श्रेणी के नाम और 13 मरणोपरांत पुरस्कार शामिल हैं. इस वर्ष की सूची में पंजाब के दो प्रमुख व्यक्तित्वों को भी शामिल किया गया है.
गुरबाणी कीर्तन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले और उद्योग एवं समाज सेवा में योगदान के लिए ओंकार सिंह पावा को पद्म श्री से सम्मानित किया जाएगा. दोनों ही व्यक्ति पंजाब के लुधियाना से संबंधित हैं.
भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले: गुरबाणी कीर्तन के दिग्गज
भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर वाले गुरबाणी कीर्तन के क्षेत्र में अत्यंत सम्मानित रागी माने जाते हैं. उनके भावुक और मधुर कीर्तन के माध्यम से उन्होंने साहिबजादों की कुर्बानी और गुरबाणी की कथाओं को जीवंत किया है. उनका जन्म 1958 में गुरदासपुर जिले के बलदवाल गांव में हुआ. उनके पिता भी रागी थे, और उनके छोटे भाई, भाई मनिंदर सिंह श्रीनगर वाले, भी प्रसिद्ध रागी हैं.
हरजिंदर सिंह ने अपनी शिक्षा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अधीन शहीद सिख मिशनरी कॉलेज, अमृतसर से प्राप्त की. 1980 के दशक में उन्होंने गुरबाणी कीर्तन के क्षेत्र में कदम रखा और जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर क्षेत्र के एक गुरुद्वारे में कीर्तन करना शुरू किया. 1983 में, वे लुधियाना चले गए और वहीं बस गए. उनके नाम के साथ “श्रीनगर वाले” जोड़ा गया क्योंकि वे श्रीनगर से आए थे.
भाई हरजिंदर सिंह ने 100 से अधिक एलबम और 650 से अधिक गुरबाणी शब्द रिकॉर्ड किए हैं. उनकी एलबम ‘गल्लां जोग ना होए’ और ‘वतन लंबियां ते रास्ता पहाड़ दा’, साहिबजादों पर आधारित उनकी कुछ प्रसिद्ध कृतियां हैं.
ओंकार सिंह पावा: भारतीय साइकिल उद्योग का अग्रणी चेहरा (Padma Awards 2025)
ओंकार सिंह पावा, एवन साइकिल्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं. उन्होंने भारतीय साइकिल उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है. उनका जन्म 1952 में हुआ और वे 1974 में पारिवारिक व्यवसाय में शामिल हुए. 2002 में, वे कंपनी के प्रबंध निदेशक बने. उनके नेतृत्व में एवन साइकिल्स का वार्षिक उत्पादन 1.4 मिलियन से बढ़कर 2.5 मिलियन हो गया.
उन्होंने कंपनी की उत्पाद श्रृंखला को 25-30 मॉडलों से बढ़ाकर 170+ मॉडल तक पहुंचाया और इसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई. पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता दिखाते हुए उन्होंने पवन ऊर्जा और सौर ऊर्जा में निवेश किया. उनकी समाज सेवा पहल में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान शामिल है.
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