
रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. जिले से फर्जी वीजा बनाकर बेरोजगार युवाओं को विदेश भेजने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. इस गिरोह ने 500 से अधिक फर्जी वीजा बनाकर करोड़ों रुपये की चपत लगाई. पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी नसीम को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके दो अन्य साथी विनय और रिजवान की तलाश जारी है.
शहर के बरगद चौराहे पर इलाइट सर्विस के नाम से संचालित यह फर्जी कंपनी सिंगापुर के लिए 1,10,000 रुपये और दुबई के लिए 60,000 रुपये वसूलती थी. आरोपी नसीम के पास से 26 पासपोर्ट, फर्जी वीजा और अन्य सामग्री बरामद की गई है. जांच में खुलासा हुआ कि यह पूरा खेल मुंबई से संचालित हो रहा था, जहां से नसीम कंपनी चलाता था. जबकि रायबरेली में उसका सहयोगी कामकाज संभालता था.
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पुलिस को यह भी पता चला कि फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए निजी अस्पतालों से साठगांठ की गई थी. शहर कोतवाली पुलिस ने मामले में कार्रवाई तेज कर दी है और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है.
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