देश में मानसून की एंट्री हो गई है। जानकरी के मुताबिक़ देश के 26 राज्यों में मानसून पहुंच चुका है। कई राज्यों में लघटार बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। गुजरात के सूरत शहर में पिछले 24 घंटे से तेज बारिश हो रही है। सोमवार सुबह 8 बजे से 10 बजे तक दो घंटे में ही 5.5 इंच बारिश हुई। सूरत में रविवार शाम को मानसून की एंट्री हुई थी। इसके बाद हुई बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जगह-जगह पानी भर गया है। सूरत प्रशासन से आज स्कूल की छुट्टी कर दी है। सूरत में पहले दिन की बारिश ने 2006 में बाढ़ जैसे हालात की याद ताजा कर दी। साल 2006 में 7-10 अगस्त में हुई भारी बारिश से सूरत का करीब 80-95% हिस्सा डूब गया था।

मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले दो दिनों में दिल्ली, चंडीगढ़, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में पहुंच सकता है। इसके आगे बढ़ने के लिए सही परिस्थितियां हैं। अगले 3 दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।

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दिल्ली में बारिश का अलर्ट

बता दें कि दिल्ली में आज (23 जून) भी बारिश का अलर्ट है। यहां शाम के वक्त हल्की से मध्यम बारिश, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ तूफान (30-40 किमी प्रति घंटा), वहीं, रात के समय हल्की से मध्यम बारिश, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ तूफान (30-40 किमी प्रति घंटा) की संभावना है। गौरतलब है कि, दिल्ली में हमेशा से जलभराव की समस्या देखने को मिलती रही है।

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इन राज्यों में भी भारी बारिश का अलर्ट

वहीं, मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा, 26 जून तक उत्तर-पश्चिम भारत, मध्य प्रदेश, गुजरात और कोंकण और गोवा में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। मध्य प्रदेश में 23 और 24 जून को अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वोत्तर राज्यों में अगले दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है और उसके बाद अगले चार दिनों तक हल्की बारिश हो सकती है।

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झारखंड में भी भारी बारिश

 राजधानी रांची समेत आसपास के जिलों में रविवार को हुई झमाझम वर्षा कहर बरपा दिया है। अचानक उमड़-घुमड़ आए काले बदरा ने करीब एक घंटे तक प्रचंड रूप दिखाया तो शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मच गया। शहर की सड़कें जहां जलमग्न हो गईं तो ग्रामीण क्षेत्रों में किसानी प्रभावित हुईं हैं।

खेतों में एक से डेढ़ फीट तक पानी लबालब भर गया है। जिससे धान के बिचरे और सब्जी की खेती को खासा नुकसान होने की सूचना है। राजधानी के अधिकांश क्षेत्रों में जलजमाव ने आमजनों से लेकर वाहन चालकों की परेशानी बढ़ा दी है।

राजस्थान में उफान पर नदियां

वहीं, राजस्थान के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। माउंट आबू में 24 घंटे में 7 इंच पानी बरसा। इसके चलते यहां कई नदियां उफान पर हैं। कई छोटे-बड़े गांवों और कस्बों का संपर्क दूसरे स्थानों से कट गया। राजस्थान में 1 जून से अब तक सामान्य से 133% ज्यादा बारिश हो चुकी है।

ओडिशा के 50 गांव में बाढ़ की स्थिति है। इसके कारण राज्य के 50 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। 24 साल की एक महिला तेज धार में बह गई, जिससे उसकी मौत हो गई। बाढ़ प्रभावित इलाकों में NDRF-SDRF, ODRF की टीमें तैनात हैं।

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इस साल समय से पहले मॉनसून की दस्तक

इस साल मॉनसून 24 मई को केरल पहुंचा, जो 2009 के बाद से भारतीय मुख्य भूमि पर सबसे पहले आगमन है, 2009 में ये 23 मई को पहुंचा था। मॉनसून की समय से पहले दस्तक देने की वजह अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों पर मजबूत मौसम प्रणालियां बनना है। जिससे मॉनसून तेजी से आगे बढ़ा और 29 मई तक मुंबई सहित मध्य महाराष्ट्र और पूरे पूर्वोत्तर तक पहुंच गया.

लेकिन उसके बाद 29 मई से 16 जून तक लगभग 18 दिनों तक प्रगति रुकी रही. जून के आरंभ में शुष्क मौसम के कारण तापमान में वृद्धि हुई तथा 8-9 जून के आसपास उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के बड़े हिस्से में गर्म हवाएं चलने लगीं. फिर 16 जून से 18 जून के बीच मॉनसून ने फिर रफ्तार पकड़ ली, जिसका कारण दो नए निम्न दबाव थे, एक पश्चिम बंगाल पर और दूसरा गुजरात पर.

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क्या है मॉनसून की सामान्य तारीख?

आमतौर पर मानसून 1 जून तक केरल, 11 जून तक मुंबई, 30 जून तक दिल्ली और 8 जुलाई तक पूरे देश में पहुँच जाता है. यह आमतौर पर 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है।

विशेषज्ञों का कहना है कि मॉनसून की शुरुआत की तारीख सीधे तौर पर इस बात को प्रभावित नहीं करती कि मौसम में कितनी बारिश होगी। इसलिए, भले ही यह केरल या मुंबई में जल्दी या देर से शुरू हो, इसका मतलब यह नहीं है कि यह अन्य जगहों पर भी ऐसा ही व्यवहार करेगा। वे यह भी कहते हैं कि मॉनसून वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय कारकों के मिश्रण पर निर्भर करता है और इसमें काफी भिन्नताएं देखने को मिलती हैं।

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कल के मौसम का हाल…

24 जून: गुजरात, सौराष्ट्र-कच्छ, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण गोवा, बिहार, छत्तीसगढ़, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। सिक्किम, बंगाल, पूर्वी राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, विदर्भ, बंगाल, कर्नाटक, केरल में भारी बारिश हो सकती है।

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