शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश में मानसून सक्रिय हो गया है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने बारिश के समय अधिकारियों को अलर्ट मोड रहने का निर्देश दिया हैं। जिलों को आपदा प्रबंधन, राहत और बचाव कार्यों को लेकर निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वर्षाकाल से जुड़ी समस्याओं का त्वरित समाधान निकाला जाए। किसानों के लिए खाद और बीज की समुचित व्यवस्था की जाए।
नागरिकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता हो
सीएम डॉ मोहन यादव ने गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वरिष्ठ अधिकारियों ,क्लेक्टर्स और पुलिस अधीक्षकों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि इस माह 28 जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है। वर्षाकाल में आवश्यक प्रबंध किए जाएं। प्रदेश में एक से 26 जून तक हुई वर्षा 37 प्रतिशत अधिक है। अलीराजपुर और नीमच जिलों में सर्वाधिक वर्षा हुई है। अधिक वर्षा के अनुमान को देखते हुए रपटे और पुल आदि जहां पानी ऊपर से बह रहा है वहां बेरीकेड्स लगाए जाएं। नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रहे।
वर्षाकाल में नाले और नालियां समस्या बन रहे हों तो तत्परतापूर्वक समाधान का कार्य किया जाए। बांध से पानी छोड़े जाने की स्थिति में मुनादी, वाट्सएप, दूरभाष आदि का उपयोग कर ग्रामीण क्षेत्रों में सूचना पहुंचाई जाए। इस संबंध में संवेदनशील होकर समय पर सभी दायित्व अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा पूरे किए जाएं। अतिवृष्टि से नागरिकों के बचाव के लिए होमगार्ड और अन्य आपदा राहत दल सक्रिय रहें। जिलों में बोट्स की भी आवश्यक व्यवस्था रहे।
सर्पदंश से होने वाली मौतों को रोकें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वर्तमान में सर्पदंश से नागरिकों को बचाने की जो व्यवस्थाएं हैं, उनका विस्तार करते हुए पंचायतों और थानों के स्तर पर आवश्यक कार्यवाही की जाए। सर्पदंश से बचाव और उपचार का प्रशिक्षण देने की प्रदेश में शुरूआत हुई है, जो सराहनीय है। इस कार्य को निरंतर किया जाए। संभव हो तो कालबेलिया समुदाय के युवाओं को भी इस कार्य में अधिक दक्ष बनाकर उनकी सेवाएं ली जाएं। इन प्रयासों से वर्षाकाल में सर्पदंश की बढ़ती घटनाओं से नागरिकों को बेहतर तरीके से बचाया जा सकता है।
कानून व्यवस्था
प्रत्येक जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत रहे। सामान्य घटनाओं पर भी अनावश्यक मुद्दा बनाने और जिन प्रकरणों में कार्यवाही हो गई है उनको लेकर विवाद की स्थिति निर्मित करने वाले तत्वों से सख्ती से निपटा जाए। प्रदेश में नक्सल गतिविधियों पर नियंत्रण का कार्य अच्छा हुआ है, इसके लिए सुरक्षा बल और उनके जवान बधाई के पात्र हैं।
श्रावण मास में सवारियों और यात्राओं के लिए करें जरूरी व्यवस्थाएं
उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस में कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि आगामी दो महीनों में विभिन्न त्यौहारों पर जरूरी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करें। ओंकरेश्वर, उज्जैन और मंदसौर में श्रावण मास में सवारियों और कावड़ यात्रियों के आवागमन को देखते हुए जरूरी प्रबंध किए जाएं। जनजातीय कलाकारों और पुलिस बैंड के माध्यम से कार्यक्रमों को आकर्षक बनाया जाए। गत वर्ष इस नवाचार को आमजनता ने भी सराहा था इस वर्ष भी ऐसी ही व्यवस्था कीजाए।
किसान कल्याण
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में किसानों के लिए गुणवत्तापूर्ण खाद, उर्वरक और बीज की व्यवस्था और आपूर्ति रखी जाए। इन वस्तुओं की किसी भी स्थिति में कालाबाजारी नहीं होना चाहिए। दोषी व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
विद्यार्थियों को मिलें पाठ्यपुस्तकें
निर्देश दिए कि विद्यालयों में पाठ्य-पुस्तकों की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। कलेक्टर्स यह देखें कि इस कार्य में लापरवाही न हो। किसी दुकान विशेष से महंगी दर पर कापी-किताब खरीदने को विवश न किया जाए। शीघ्र ही सांदीपनि विद्यालियों सहित अन्य विद्यालयों के लिए निर्मित नए कक्षों और सुविधाओं को लोकार्पित कर विद्यार्थियों को लाभान्वित किया जाए। यह कार्य मिशन मोड पर किया जाए। बैठक में मुख्य सचिव ने जानकारी दी कि विद्यालयों में विद्यार्थियों के लगभग 85 प्रतिशत नामांकन हुए हैं। शत-प्रतिशत नामांकन के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
गौ शालाओं का उपयोग
सीएम ने निर्देश दिए कि राजमार्गों और शहरों में सड़कों पर विचरण करने वाली गायों को दुर्घटनाओं से बचाने के लिए गौशालाओं तक पहुंचाने का कार्य किया जाए। बड़ी गौशालाओं में व्यवस्था आसान है। अन्य गौशालाओं में भी अनुदान राशि बढ़ाई गई है। पशुपालक स्वयं भी गायों को सड़क पर न आने दें। सूखे स्थान की भी व्यवस्था की जाए जिससे गायें वहां बैठ सकें। प्रशासन द्वारा पशुपालकों को गौ-शालाओं की व्यवस्थाओं की जानकारी भी दी जाए।
मातृ और शिशु स्वास्थ्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को न्यूनतम एवं समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित कर कार्य किया जाए। एनीमिया नियंत्रण के लिए बहुआयामी प्रयास होना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी कलेक्टर्स से चर्चा कर निर्देश दिए।
पदोन्नति को लेकर कही ये बात
सीएम डॉ मोहन ने प्रदेश में नौ वर्ष के बाद अधिकारियों-कर्मचारियों की पदोन्नति के महत्वपूर्ण निर्णय के प्रकाश में विभागों द्वारा समय-सीमा में सभी कार्यवाहियों को पूर्ण करने के निर्देश दिए। आपको बता दें कि इस बैठक में मुख्य सचिव अनुराग जैन, पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद
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