USA Government Shutdown: अमेरिका में शटडाउन लागू हो गया है। इससे सरकारी कामकाज ठप हो गया है। दरअसल, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) सीनेट से फंडिंग बिल को पास नहीं करा पाए। मंगलवार देर रात बिल पर वोटिंग हुई। बिल के समर्थन में 55 और विरोध में 45 वोट पड़े। इसे पास कराने के लिए 60 वोटों की जरूरत थी। ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी को विपक्षी डेमोक्रेट्स सांसदों का समर्थन जरूरी था। वहीं डेमोक्रेट्स ने बिल के खिलाफ वोट किया। 100 सदस्यों वाली सीनेट में 53 रिपब्लिकन, 47 डेमोक्रेट और 2 निर्दलीय सांसद हैं। यह 2019 के बाद पहला सरकारी शटडाउन है।

अमेरिकी कानून के तहत जब तक बजट या अस्थायी फंडिंग बिल पास नहीं होता, तब तक ‘गैर-जरूरी’ सरकारी विभागों और सेवाओं को बंद करना पड़ता है। इस स्थिति को ही शटडाउन कहा जाता है। पिछले दो दशकों में यह अमेरिका की पांचवीं बड़ी शटडाउन स्थिति बन सकती है।

सात साल बाद यह पहला मौका होगा, जब फंड की कमी की वजह से अमेरिका में कई सेवाएं प्रभावित होंगी। 2018 में ट्रंप के पिछले कार्यकाल के दौरान शटडाउन 34 दिनों तक चला था। इस बार खतरा और गंभीर माना जा रहा है, क्योंकि ट्रंप इसकी आड़ में लाखों कर्मचारियों की छंटनी और कई अहम योजनाओं को बंद करने की तैयारी कर सकते हैं। शटडाउन से ठीक पहले उन्होंने इसके संकेत भी दे दिए हैं।

सीनेट में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच जोरदार विवाद

इससे पहले, सत्ताधारी रिपब्लिकन पार्टी ने अल्पकालिक उपाय के रूप में ट्रंप प्रशासन को 21 नवंबर तक फंड उपलब्ध कराने के लिए सीनेट में अस्थायी फंडिंग बिल पेश किया था। लेकिन देर रात तक चलने वाली बहस के बाद यह प्रस्ताव असफल हो गया. सीनेट में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के बीच जोरदार विवाद देखने को मिला। आखिरकार, 100 सदस्यीय सीनेट में इसे पास कराने के लिए आवश्यक 60 वोट नहीं जुट सके और यह प्रस्ताव 55-45 के अंतर से गिर गया।

ट्रम्प की पार्टी के सांसद ने बिल के खिलाफ वोट किया

ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी के एक सांसद ने फंडिंग बिल के खिलाफ वोट किया है। वहीं दो डेमोक्रेट सांसदों ने बिल के समर्थन में वोट किया।रिपब्लिकन पार्टी के फंडिंग बिल से पहले डेमोक्रेटिक पार्टी ने हेल्थ केयर के प्रावधानों वाला अपना फंडिंग बिल पेश किया था। हालांकि, यह बिल भी पास नहीं हो पाया था। बिल के समर्थन में 47 और विरोध में 53 वोट पड़े थे। सभी डेमोक्रेट्स ने इसके पक्ष में और सभी रिपब्लिकन ने इसके खिलाफ मतदान किया।

क्या क्या होगा प्रभावित?

  • एसेंशियल वर्कर्स: सैन्य कर्मचारी, एयर ट्रैफिक कंट्रोल और अस्पताल कर्मचारी अपनी ड्यूटी जारी रखेंगे, लेकिन वेतन शटडाउन के अंत तक नहीं मिलेगा.
  • नॉन-एसेंशियल कर्मचारी: फर्लो पर भेजे जाएंगे.
  • अनुमानित संख्या: कांग्रेस बजट ऑफिस (CBO) के अनुसार लगभग 7,50,000 फेडरल कर्मचारियों को अस्थायी फर्लो का सामना करना पड़ सकता है.

राष्ट्रपति ट्रंप ने क्या कहा?

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि शटडाउन की स्थिति में उनकी प्रशासन कई फेडरल कर्मचारियों को स्थायी रूप से निकालने पर विचार कर सकती है. हालांकि, आम तौर पर नॉन-एसेंशियल कर्मचारी फर्लो पर भेजे जाते हैं और शटडाउन खत्म होने पर उन्हें पिछला वेतन मिल जाता है।

कौन जारी रखेगा काम?

कानून के अनुसार, फंडिंग रुकने पर केवल एक्सेप्टेड’ कर्मचारी ही काम जारी रखेंगे. इसमें जीवन और संपत्ति की सुरक्षा से जुड़े काम शामिल हैं.

  • अस्पताल में मेडिकल केयर
  • सीमा सुरक्षा
  • कानून व्यवस्था
  • एयर ट्रैफिक कंट्रोल
  • सोशल सिक्योरिटी और मेडिकेयर चेक

अब आगे क्या होगा

रिपब्लिकन पार्टी सीनेट में आज देर रात एक बार फिर से फंडिंग बिल पर वोट कराने की तैयारी में है। रिपब्लिकन नेताओं ने कहा है कि जब तक डेमोक्रेट्स बिल को समर्थन नहीं देंगे, तब तक रोजाना इस बिल को रोजाना पेश किया जाएगा। ट्रम्प ने इस शटडाउन के लिए डेमोक्रेट्स को जिम्मेदार ठहराया है। वे पहले ही सरकारी कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की धमकी दे चुके है। 9 लाख कर्मचारियों को जबरन छुट्टी पर भेजने का खतरा बढ़ गया है।

क्यों होता है शटडाउन?

सरकारी शटडाउन तब होता है, जब कांग्रेस संघीय एजेंसियों को चलाने के लिए वार्षिक व्यय विधेयकों पर सहमत नहीं हो पाती। एंटीडेफिशिएंसी एक्ट एजेंसियों को बिना अनुमति के पैसा खर्च करने से रोकता है, इसलिए जब पैसा खत्म हो जाता है, तो सरकार का ज्यादातर काम भी बंद हो जाता है। अमेरिकी सरकार के अलग-अलग विभागों को चलाने के लिए भारी मात्रा में फंड की जरूरत होती है। इसके लिए संसद (कांग्रेस) से बजट या फंडिंग बिल पारित कराना जरूरी होता है, लेकिन जब राजनीतिक मतभेद या गतिरोध की वजह से तय समयसीमा में फंडिंग बिल पारित नहीं हो पाता, तो सरकार के पास कानूनी रूप से खर्च करने के लिए फंड नहीं बचता। ऐसी स्थिति में अमेरिकी सरकार को अपनी गैर-जरूरी सेवाएं बंद करनी पड़ती हैं, जिसे सरकारी शटडाउन कहा जाता है। यह आमतौर पर अस्थायी होता है, लेकिन इस बार ट्रंप कई विभागों को स्थायी रूप से बंद करने और हजारों कर्मचारियों को नौकरी से हटाने की तैयारी में हैं। श

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