सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। रामानुजगंज स्थित ज्वेलरी शॉप में दिनदहाड़े लूट को अंजाम देने वाले पांच आरोपियों को पकड़ने में पुलिस ने कामयाबी पाई है. मामले में दो आरोपी फरार हैं, जिनकी पतासाजी में पुलिस जुटी हुई है. मामले में मुख्य आरोपियों की बिहार और झारखंड की पुलिस को भी तलाश थी. बलरामपुर-रामानुजगंज पुलिस की सफलता पर पुलिस महानिदेशक ने बधाई देते हुए ईनाम की घोषणा की है. इसे भी पढ़ें : कांग्रेस की न्याय यात्रा पर सियासत : मूणत ने कहा – जिनके नाम थाने में दर्ज वे न्याय की गुहार लगा रहे, बैज का पलटवार, बोले – घबराई हुई है सरकार…

11 सितंबर को दोपहर हथियारबंद अज्ञात आरोपियों के रामानुजगंज के राजेश ज्वेलर्स में घुसकर संचालक राजेश सोनी पर हमला कर लगभग 2 करोड़ 85 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात नगदी 7 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए थे. राजेश सोनी की रिपोर्ट पर रामानुजगंज थाना में धारा 309 (6) बीएनएस, 25, 27 आर्म्स एक्ट दर्ज कर विवेचना में लिया गया.

तत्कालीन बलरामपुर पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने घटना के तत्काल बाद आरोपियों की धर-पकड़ के लिए एएसपी बलरामपुर शैलेन्द्र पाण्डेय की अगुवाई में पुलिस टीम का गठन कर झारखंड, बिहार भेज कर पतासाजी की जा रही थी. राजेश अग्रवाल के स्थानांतरण के बाद नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक वैभव बैंकर ने लूट की घटना के सभी बिन्दुओं का विस्तृत अध्ययन-अवलोकन कर नए सिरे से टीमों का गठन कर झारखंड, बिहार, दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब के लिए रवाना किया.

पुलिस टीम की मेहनत और साइबर सेल सहयोग के जरिए दिल्ली से मुख्य अरोपी मोनू सोनी उर्फ राज सोनी उर्फ बुकी (24 वर्ष) और उसका भाई घटना का मास्टर मांइंड सोनू सोनी और उसके मामा अरविन्द सोनी को और चोरी के जेवरात रखने वाली सोनू की गर्लफैण्ड अंजनी एक्का को मोहाली से पुलिस ने हिरासत में लिया. इनके साथ आरोपियों की निशानदेही पर दो मुख्य अरोपी राहुल मेहता (22 वर्ष) और विक्की सिंह (24 वर्ष) को औरंगाबाद से पुलिस ने हिरासत में लिया. मामले में फरार दो अन्य अरोपियों की पतासाजी में पुलिस जुटी है.

लूट के बाद का घटनाक्रम

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मोनू सोनी उर्फ बुकी एवं उसके साथियों ने प्लान के मुताबिक घटना को अंजाम दिया. लूट को अंजाम देने के बाद सभी पाचों आरोपी अलग-अलग रास्ते से झारखंड के बरवाडीह रेलवे स्टेशन पहुंचे, जहां प्लान के मुताबिक घटना का मास्टर प्लानर सोनू सोनी एवं डबलू गुप्ता बोलेरो वाहन लेकर खड़े थे, जहां लूट की गई सम्पत्तियों का आपस में बंटवारा कर आरोपी राहुल मेहता व राधेश्याम पासवान पटना चले गए, वहीं सोनू और मोनू सोनी अपने मामा अरविन्द सोनी से मिले.

सोनू और मोनू ने कुछ जेवर को अरबिन्द सोनी के घर पर गला दिया तथा सोने को छुपाने के लिए मोनू के घर चैनपुर में जमीन में गाड़ दिया गया. इसी प्रकार आरोपी राहुल अपने हिस्से के जेवरात को अपने गांव महाबीरगंज में नदी के पास छिपा दिया था, वहीं विक्की सिंह ने अपने हिस्से के जेवर को घर में टीनसेड के नीचे छुपा दिया था. वहीं सोनू ने कुछ जेवर को अपने मामा अरविन्द सोनी के माध्यम से बेच कर मिली 5 लाख 80 हजार रुपए को अपनी गर्लफैण्ड अंजनी एक्का के एकाउंट में जमा कराया गया था.

प्रकरण में लूट की गई सम्पत्तियां आरोपियों से बरामद की गई, जिसमें 3.354 किलोग्राम सोना, 07 किलो 280 ग्राम चाँदी, दो बैंक एकाउंट से 5 लाख 40 हजार रुपए, एक बोलेरो, दो अपाचे बाइक, दो पिस्टल समेत कुल 2 करोड़, 40 लाख रुपए की सामग्री जब्त की गई.

50-50 हजार के ईनामी हैं सोनू-मोनू

मुख्य आरोपी सोनू सोनी एवं मोनू सोनी के विरुद्ध बिहार, झारखंड के विभिन्न थाना क्षेत्रों में लूट, डकैती, हत्या एवं हत्या का प्रयास जैसे कई गंभीर अपराध दर्ज हैं, जो काफी दिनों से फरार चल रहे थे. दोनों आरोपियों के खिलाफ झारखंड पुलिस ने 50-50 हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया गया था.

गिरफ्तारी में इनकी रही भूमिका

आरोपियों की गिरफ्तारी एवं लूट किए गए माल-मशरूका की बरामदगी में पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज अंकित गर्ग (भापुसे), पुलिस अधीक्षक बलरामपुर- रामानुजगंज वैभव बैंकर (भा.पु.से), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र पाण्डेय एवं एसडीओपी याकूब मेमन के मार्गदर्शन में सम्पूर्ण टीम की महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका रही है.

टीम में रामानुजगंज थाना प्रभारी निरीक्षक रमाकांत तिवारी, रघुनाथनगर थाना प्रभारी निरीक्षक संतलाल आयाम, थाना प्रभारी बसंतपुर निरीक्षक कुमार चंदन सिंह, चौकी प्रभारी तातापानी उप निरीक्षक हिम्मत सिंह शेखावत, बरियों चौकी प्रभारी उप निरीक्षक शुभाष कुजूर, विजयनगर चौकी प्रभारी सउनि अश्विनी सिंह, थाना चाँदो सउनि राधेश्याम विश्वकर्मा, थाना रामानुजगंज प्रधान आरक्षक मायापति सिंह, चौकी गणेशमोड़ प्रधान आरक्षक शीपक रंजन शर्मा, थाना बलरामपुर प्रधान आरक्षक नारायण दास तिवारी के साथ साइबर सेल बलरामपुर की पूरी टीम शामिल थी.