संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक और प्राचीन मंदिर मिला है। यह मंदिर संभल के हयातनगर इलाके के सरायतरीन के कछुवायान मोहल्ले में स्थित है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह भगवान राधा-कृष्ण का मंदिर है। जिसमें कई सालों से ताला लगा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस मंदिर की चाबी हिंदू समुदाय के पास है।
मंदिर के आस पास रहने वाले लोगों ने बताया कि यहां पहले कुरैशी और सैनी बिरादरी के लोग रहते थे। जिन्होंने अपने मर्जी से मकान बेच दिया और यहां से चले गए। हिंदू समुदाय के लोगों का कहना है कि राधा-कृष्ण का मंदिर का अपना धार्मिक महत्व है और इसकी देखभाल करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है। पुलिस ने मंदिर का ताला खोलने के लिए हिंदू समुदाय से बातचीत की और उन्हें चाबी दी गई।
संभल में मिला एक और मंदिर
पुलिस ने बताया कि 20 फीट के आसपास ऊंचाई में बने इस मंदिर में भगवान हनुमान की 4 फीट ऊंची मूर्ति और राधा कृष्ण की मूर्तियां हैं। मंदिर में साफ-सफाई करवाई जा रही है, जो सफाई कर रहे हैं, उन्होंने बताया कि आज बजरंगबली का दिन है और बजरंगबली के मंदिर में आज सफाई करके इसमें उनकी पूजा की जाएगी।
मंदिर की चाबी खोलने वाले ऋषिपाल ने बताया कि पहले यहां पर चारों तरफ हिंदुओं के ही परिवार थे लेकिन दंगों के बाद सभी यहां से पलायन कर गए। उन्होंने आगे कहा कि तकरीबन 200 से ज्यादा परिवार यहां पर रहते थे जो यहां से चले गए और कभी कभार यहां पर आते है।
14 दिसंबर को संभल में मिला था एक और मंदिर
बता दें कि बीते शनिवार 14 दिसंबर को संभल जिले के खग्गू सराय के पास प्रशासन को 46 साल पुराना भगवान शिव मंदिर मिला था। इसी मंदिर के पास एक प्राचीन कूप भी मिली थी। जिसकी खुदाई के दौरान सोमवार को अधिकारियों को शिव, पार्वती, लक्ष्मी और भगवान गणेश की भी मूर्ति मिली है। वहीं संभल में 46 साल बाद खोले गए मंदिर का नाम “प्राचीन सम्भलेश्वर महादेव” रखा गया है। मंदिर खुलते ही यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। दूर दराज से आकर लोग भगवान शिव की पूजा अर्चना कर रहे है।
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