हकीमुद्दीन नासिर, महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में वन्यजीवों के शिकार की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बागबाहरा वनपरिक्षेत्र के खल्लारी सर्किल अंतर्गत संरक्षित वन क्षेत्र में दो दिन पहले करंट प्रवाहित तार में फंसकर तेंदुआ और वन भैंसा की मौत की घटना सामने आई थी। इस मामले में वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक अन्य आरोपी अभी फरार है।

शिकार के बाद की गई थी जंगल में दावत

बता दें कि वन विभाग की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपियों ने इससे पहले एक जंगली सुअर का भी शिकार कर उसे पकाकर खा लिया था। विभाग ने जब छापेमारी की तो आरोपियों के पास से पकाया हुआ सुअर का मांस, बिजली के तार, कांच की शीशी, लोहे की कुल्हाड़ी, लकड़ी की खूंटी, शाही जानवर का पंख, खरगोश और पक्षियों को पकड़ने के फंदे बरामद किए गए।

2 शिकारियों को किया गिरफ्तार, तीसरे की तलाश जारी

बागबाहरा वन परिक्षेत्र के रेंजर लोकनाथ ध्रुव ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुकेश रावत (33 वर्ष) ग्राम खल्लारी निवासी और मनोहर यादव (50 वर्ष) ग्राम ओंकारबंद निवासी शामिल हैं। तीसरे आरोपी की पहचान कर ली गई है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

वन विभाग ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। साथ ही, इस मामले में वन्यजीव संरक्षण को लेकर स्थानीय लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का भी प्रयास किया जा रहा है।

स्थानीय लोगों में आक्रोश

लगातार हो रही वन्यजीव मौतों से स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने दोषियों को सख्त सजा देने और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।

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