विक्रम मिश्र, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के पूर्व बसपा सांसद स्वर्गीय जयभद्र सिंह की पत्नी आशा सिंह ने अपने बेटे और बहू पर टॉर्चर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपनी जान को खतरा बताते हुए दो बेटे और दो बहुओं सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। वृद्ध महिला का आरोप है कि पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद उन्हें कोर्ट जाना पड़ा और कोर्ट के आदेश के बाद मुकदमा दर्ज हुआ है।

वाराणसी के अशोक विहार कॉलोनी फेज-2 में रहने वाली आशा सिंह के पति जयभद्र सिंह सुल्तानपुर के पूर्व सांसद थे। जयभद्र सिंह ने राजनितिक जमीन भले ही सुल्तानपुर में बनाई, लेकिन बनारस में उन्होंने बड़ी प्रापर्टी में निवेश किया है। आशा का आरोप है कि पति जयभद्र की मौत के बाद बेटे रविभद्र व मणिभद्र, बहू सुमन सिंह और सुप्रिया सिंह प्रॉपर्टी को अपने नाम करवाने के लिए प्रताड़ित करते हैं। वृद्ध महिला के आंखों के आंसू सूख चुके हैं, उनका कहना है कि पुलिस उनकी शिकायत सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने अपने बेटों और उनकी पत्नियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

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महिला ने शिकायत में कहा है कि उसके बेटे और उनकी पत्नियां प्रॉपर्टी को अपने नाम करवाने के लिए प्रताड़ित करते हैं। वृद्ध महिला का आरोप है कि पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके बाद उन्हें कोर्ट जाना पड़ा और कोर्ट के आदेश के बाद मुकदमा दर्ज हुआ है। कुल सात लोगों पर बलवा, रंगदारी मांगने, मारपीट और धमकाने सहित अन्य आरोपों में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। टैगोर टाउन भुवनेश्वर नगर के मार्तंड सिंह, उनकी पत्नी सरोज सिंह और बेटा रणबीर सिंह सहित अन्य अज्ञात भी आरोपी बने हैं।

सीएम योगी से लगाई जान बचाने की गुहार

कोर्ट के आदेश पर मुकदमा तो हुआ लेकिन आशा सिंह का कहना है कि अभी भी उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है। सारनाथ पुलिस पर उनका भरोसा नहीं है, इसलिए वो सीएम योगी आदित्यनाथ से अपनी जान बचाने की गुहार लगा रही हैं। आशा सिंह डर की वजह से अपने घर में कैद हो गईं हैं और अपने कमरे में भी सीसीटीवी कैमरा लगा रखा है।