Rising Rajasthan Summit: जयपुर। राजस्थान में निवेश और विकास को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के उद्देश्य से आयोजित ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ का समापन बुधवार को हुआ. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने समापन सत्र में कहा कि यह समिट एक त्यौहार जैसा है, यहां आए निवेशकों का उत्साह हमें हौंसला देता है. उन्होंने भरोसा जताते हुए कहा कि अब वो दिन दूर नहीं जब एंटरप्रेन्योरशिप और ऊर्जा के शिखर को छूने में राजस्थान कामयाब होगा.
सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान में नवाचार के केंद्र तेजी से उभर रहे हैं. सरकार बनने के पहले दिन से ही हमने पानी और बिजली जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर काम शुरू किया. मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे राज्य का मुख्यमंत्री हूं जहां प्राकृतिक संसाधन, विशाल भूमि एवं सकारात्मक मानव संसाधनों की मौजूदगी है.
MSME के योगदान को बताया अहम
मुख्यमंत्री ने राजस्थान की औद्योगिक संरचना में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) के योगदान को सराहा. उन्होंने कहा, “राजस्थान के विकास में MSME का 25 प्रतिशत योगदान है. ये उद्योग रोजगार सृजन और नवाचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए हम राजस्थान निवेश प्रोत्साहन नीति 2024 और अन्य नीतियां भी लाए हैं. आज का समय गांव से ग्लोबल की दिशा में बढ़ने का है. इसी सोच के साथ हमने एक जिला एक उत्पाद नीति लागू की है. मुझे यकीन है कि इससे राजस्थान में विकास के नए कीर्तिमान स्थापित होंगे.’
सीएम भजनलाल शर्मा ने समिट के दौरान हुए समझौतों का जिक्र करते हुए कहा कि 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने की पूरी तैयारी है. उन्होंने कहा कि हमने 53 हजार किलोमीटर सड़कें, 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे और एक प्रगतिशील स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने का लक्ष्य रखा है. ये सभी कदम राजस्थान को अगले चार वर्षों में आर्थिक और औद्योगिक शक्ति के रूप में स्थापित करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समिट राजस्थान के विकास का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है. दो साल बाद जब राइजिंग राजस्थान फिर से आयोजित होगा, तब मैं जनता को हर MoU का हिसाब दूंगा. हमारी सरकार ने जो वादे किए हैं, उन्हें जमीन पर उतारकर दिखाएंगे.
शायरी से दिया आलोचकों को जवाब
कांग्रेस के आरोपों पर सीएम भजनलाल शर्मा ने शायरी के जरिए जवाब दिया. उन्होंने कहा “आदत बन गई है बिना करने की तुम्हें शक, इस धरा पर जो उतरेगा, उसे पर होगा सबको एक दिन गर्व.”
उन्होंने गीता जयंती का महत्व बताते हुए कर्म पर जोर दिया. “आज का दिन बेहद खास है. गीता जयंती हमें कर्म की महत्वता सिखाती है. हम फल की चिंता किए बिना प्रदेश के विकास के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे. आने वाले समय में राजस्थान पूरे देश के लिए विकास का उदाहरण बनेगा.”