लखनऊ. क्या मुस्लिम आबादी स्वीकार करेगी कि उनके पूर्वज राम थे? ये सवाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उठाया है. सीएम योगी का कहना है कि इंडिनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम देश है. वहां के राष्ट्रपति अपने भारतीय डीएनए पर गर्व करते हैं. उनका नाम भी संस्कृत से प्रेरित है. इंडोनेशिया में राम को पूर्वज माना जाता है, गरुड़ उनकी राष्ट्रीय एयरलाइंस है, गणपति उनकी मुद्रा पर है और रामलीला उनका राष्ट्रीय त्यौहार है. भारत में रहकर इस धरती का उपभोग करने वाली बड़ी आबादी, जो दुर्भाग्य से केवल वोट बैंक बनकर रह गई है, क्या वे स्वीकार कर पाएंगे कि उनके पूर्वज राम थे?
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आगे सीएम योगी ने संभल शाही जामा मस्जिद को लेकर कहा, पुराणों में संभल का उल्लेख है. आईन-ए-अकबरी के अनुसार, मीर बाकी ने श्रीहरि का मंदिर तोड़कर वहां मस्जिद बनाई थी. हम हर जगह मंदिर नहीं तलाश रहे हैं, लेकिन जहां ऐतिहासिक साक्ष्य मौजूद हैं, वहां सच को सामने लाना जरूरी है. भारत के पौराणिक ग्रंथ हमारे सामने इस बात के प्रमाण हैं कि श्रीहरि विष्णु का 10वां अवतार कहां पैदा होना है. 3500 वर्ष से 5000 वर्ष के दौरान ग्रंथों की रचना हुई है. इस्लाम का जन्म हुए 1400 वर्ष हुए हैं, हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है.
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सीएम योगी ने वक्फ कानून में बदलाव को लेकर कहा, वक्फ कानून में समय की जरूरत के अनुसार बदलाव किया जा रहा है. मुझे खुशी है जेपीसी ने इस संशोधन पर काम किया है. उम्मीद है कि अगले सत्र में इसे लागू किया जाएगा. सीएम ने कहा, बदलाव का उद्देश्य समाज में पारदर्शिता और न्याय को सुनिश्चित करना है. उत्तर प्रदेश में वक्फ ने एक लाख 27 हजार संपत्तियों पर अपना दावा किया था, जिसे जांच करवाया तो वह सिर्फ 7 हजार ही है. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति राजस्व की होती है वहां थाने बने या अन्य सार्वजनिक उपयोग या प्रशासनिक उपयोगी के भवन किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए और संभल में किसी ने आपत्ति भी नहीं की.
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