कुंदन कुमार, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात का 123वां एपिसोड आज रविवार (29 जून) को प्रसारित हुआ. 22 भाषाओं में प्रस्तुत होने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत पीएम मोदी ने योग दिवस पर चर्चा से की. इसके बाद उन्होंने आपातकाल के समय को याद कर उसकी आलोचना की और कहा कि, इमरजेंसी के समय लड़ने वाले लोगों को याद रखा जाना चाहिए. पटना के अटल सभागार में बीजपी के नेताओं ने पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम को सुना.
‘मन की बात कार्यक्रम से लेनी चाहिए सीख’
अटल सभागार में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के साथ-साथ विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव के साथ-साथ पार्टी के कई बड़े नेताओं ने मन की बात के कार्यक्रम को सुना. दिलीप जायसवाल ने कार्यक्रम के बाद कहा कि, प्रधानमंत्री ने आज आपातकाल की बात कही जगजीवन राम और कर्पूरी ठाकुर के द्वारा आपातकाल के दौरान जो सवाल उठाए गए थे, उसपर बातचीत की. उन्होंने कहा कि, आज प्रधानमंत्री ने कई विषयों पर हम लोगों से बातचीत की उनके मन की बात के कार्यक्रम से हम लोगों को सीख मिलती है.
‘ओवैसी को बताया महागठबंधन का हिस्सा’
ओवैसी के द्वारा यह का जाने पर कि हम महागठबंधन के नेताओं से बातचीत करने के लिए बिहार विधानसभा में उनके साथ तैयार हूं. इसपर उन्होंने कहा कि, वह हमेशा से महागठबंधन के ही साथ रहे हैं. दिलीप जायसवाल ने कहा कि, आज जो वक्फ बिल आया है, उसको मुस्लिम पसमांदा के लोगों को देखना चाहिए कि वह उनके पक्ष में किस तरीके से है.
‘बरसात में निकल आते हैं मेंढक’
वहीं, वक्फ बिल के विरोध पर आज गांधी मैदान में होने वाले कार्यक्रम पर कहा कि, चुनाव का समय है. बरसात आने के बाद बहुत सारे मेंढक बाहर निकल आते हैं. गौरतलब है कि आज पटना में इमारत-ए-शरिया द्वारा वक्फ कानून के विरोध में प्रदर्शन का आयोजन किया गया है, जिसमें भाग लेने के लिए कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद भी पटना पहुंचे हैं.
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