राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर भाजपा महिला मोर्चा द्वारा महिला मॉक पार्लियामेंट का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सवाल उठाया कि – कांग्रेस क्यों नाम रखा, ऐसी गरीब पार्टी थी कि इसे भारतीय नाम ही नहीं मिला। कांग्रेस अंग्रेजों ने बनाई थी और अंग्रेज चले गए, लेकिन कांग्रेस अब भी चलाई जा रही है। कम से कम पार्टी का नाम ही बदल लेते। भैया भारतीय परिधान कुर्ता पजामा तक नहीं पहनते, टी-शर्ट में ही घूमते रहते है। कहा- अटलजी नेता प्रतिपक्ष थे, उन्होंने दुर्गा की संज्ञा दी। अब भैया बैठ गये, नेता प्रतिपक्ष पद की क्या स्थिति कर दी है।

भारत गोली के बदले गोला गिरा रहा

डॉ यादव ने कहा- बम गिराने गए अभिनंदन को पाकिस्तान हाथ लगाने का दुस्साहस नहीं कर सका, ये आज का भारत है।
इसके बाद भी टीशर्ट वाला कहता रहा बम कहां गिरा, राहुल गांधी बेशर्मी की बात करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर हमने किया और नादान कह रहे हैं नरेंदर ने सरेंडर कर दिया। ऐसी बात तो हमारे दुश्मन देश ने नहीं की, सरेंडर होंगे हमारे दुश्मन। हम आज आपातकाल की बातें इसलिए बता रहे क्योंकि यह बीज एक ही घर से चला आ रहा है।

आपातकाल का अंश अभी खत्म नहीं हुआ

मुख्यमंत्री डॉ मोहन ने कहा- इंदिरा गांधी ने बेईमानी से चुनाव जीता था। चुनाव का फैसला विरोध में आने के बाद आपातकाल लगा दिया। इसी तरह राजीव गांधी ने तीन तलाक को लेकर आए सुप्रीम कोर्ट का फैसला बदला था। अब तीसरी पीढ़ी के राहुल गांधी आज वही कर रहे हैं। आपातकाल का अंश अभी खत्म नहीं हुआ है। कांग्रेस ने अंबेडकर को तक नहीं छोड़ा, पार्थिव शरीर के लिए दिल्ली में जगह नहीं दी गई। पार्थिव शरीर मुंबई ले गए तो प्लेन तक का किराया परिवार से लिया गया। नकली रावण भगवा वेश में आकर सीता माता का हरण करते हैं

वेणुगोपाल ने ही लिखा कैसे संविधान की हत्या हुई

संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा ने कहा कि- संविधान की हत्या किसने की ये जानने के लिए लाल किताब पढ़ें। राहुल गांधी जो लाल किताब लेकर घूमते हैं वह जरूर पढ़ें, उसका प्रस्तवना पढ़ेंगे तो पता चलेगा राहुल गांधी के परिवार ने कैसे संविधान की हत्या की है। किताब में वेणुगोपाल ने ही लिखा है कि कैसे संविधान की हत्या हुई है।

बाबा साहब के संविधान को मिटाने का प्रयास

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमन्त खंडेलवाल ने कहा- इंदिरा महिला शक्ति के रूप में उभरी थीं लेकिन उन्होंने खुद के लिए
बाबा साहब के संविधान को मिटाने का प्रयास किया। इंदिरा इज इंडिया, इंडिया इज इंदिरा का नारा इंदिरा गांधी ने ही दिया।
आपातकाल में विरोध करने वालों के साथ बुरे से बुरा बर्ताब हुआ है। आने वाले समय भारत में संसद का एक तिहाई प्रतिनिधित्व महिलाएं करेंगी।

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