पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस के भीतर नाराजगी उबलकर सड़कों पर आ गई है। पटना के सदाकत आश्रम में शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने टिकट बंटवारे में पक्षपात के आरोप लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि पूर्णिया सांसद पप्पू यादव खुद धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं को शांत कराने पहुंचे। जमीन पर बैठकर उन्होंने कार्यकर्ताओं से बात करने की कोशिश की, पर गुस्सा कम होने के बजाय और भड़क गया।
आज पार्टी की यह हालत है
कार्यकर्ताओं ने खुले शब्दों में आरोप लगाए गलत कैंडिडेट को टिकट दिया तभी आज पार्टी की यह हालत है। उन्होंने पप्पू यादव, प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम और प्रभारी कृष्णा अल्लावरु पर ‘डील’ कर टिकट देने का आरोप लगाया। नारेबाजी बढ़ते-बढ़ते टिकट चोर गद्दी छोड़ो तक पहुंच गई।
इस्तीफे की मांग पर अड़े
इसी बीच प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम वहां पहुंचे मगर उनके सामने भी जमकर विरोध हुआ। उन्होंने शांत रहते हुए कहा जिसे समस्या है, वह अपनी बात केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखे। आरोप लगना राजनीति का हिस्सा है। पर कार्यकर्ता इस्तीफे की मांग पर अड़े रहे।
आरोप लगाया था
पूरा विवाद कस्बा विधानसभा सीट से सिटिंग विधायक आफाक आलम का टिकट काटकर पप्पू यादव के करीबी इरफान आलम को टिकट दिए जाने से शुरू हुआ था। आफाक आलम ने खुलकर टिकट बेचे जाने का आरोप लगाया था।
बड़ा घाव कर दिया
छह सीटों पर सिमट चुकी कांग्रेस के सामने अब चुनौती सिर्फ हार की नहीं, बल्कि भीतर चल रही खींचतान को संभालने की भी है। पटना में आज का प्रदर्शन साफ संकेत देता है कि चुनाव हार कांग्रेस को जितना चोट दे गई, टिकट बंटवारे ने उससे कहीं बड़ा घाव कर दिया है।
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