Nalanda News: बिहार के नालंदा जिले के परवलपुर प्रखंड स्थित डुमरी मध्य विद्यालय में शिक्षक की विदाई आपको भावुक कर देगी. शिक्षक आदित्य नारायण शर्मा की विदाई एक अनोखे तरीके से बैंड बाजे के साथ की गई. 14 सालों तक शिक्षण सेवा देने के बाद, विभागीय नियमों के तहत आदित्य नारायण शर्मा अब सेवानिवृत्त हो गए हैं. उनकी विदाई में पूरे गांव ने भाग लिया और इस आयोजन को एक विवाह समारोह जैसा रूप दिया गया. ढोल-नगाड़ों के साथ बारात निकाली गई, जैसे मानो किसी दूल्हन की विदाई हो रही हो.

14 वर्षों तक विद्यालय में दी सेवा

आदित्य नारायण शर्मा ने 14 अगस्त 2010 से 28 फरवरी 2025 तक इस विद्यालय में सेवाएं दीं. इस दौरान उन्होंने न केवल बच्चों को शिक्षित किया, बल्कि उनके जीवन को भी सकारात्मक दिशा देने में अहम भूमिका निभाई. उनके जाने की खबर से पूरा गांव भावुक हो गया. विदाई समारोह के दौरान बच्चों और ग्रामीणों की आंखों में आंसू थे, जिसने हर किसी को भावुक कर दिया.

छात्रों के साथ भावुक हुए गांव वाले

इस विदाई समारोह के दौरान स्कूल के छात्र-छात्राएं बेहद भावुक हो गए और कई छात्राएं फूट-फूटकर रोने लगीं. बच्चों और स्थानीय लोगों से आदित्य नारायण शर्मा का गहरा लगाव था, जिसके कारण यह विदाई समारोह सभी के लिए भावुक करने वाला क्षण था. शिक्षक की विदाई के लिए उनकी गाड़ी को दूल्हे की तरह सजाया गया और स्कूल प्रांगण में विदाई गीतों की धुन गूंजने लगीं, जिससे पूरा माहौल गमगीन हो गया. इस दौरान गांव के प्रबुद्ध जनों ने शिक्षक को स्वास्थ्य और खुशहाली की शुभकामनाएं दी. यह विदाई समारोह सुर्खियों में बना हुआ है.

मैं हमेशा उनके साथ हूं- सेवानिवृत्त शिक्षक

सेवानिवृत्त शिक्षक आदित्य नारायण शर्मा के लिए भी यह बेहद ही भावनात्मक क्षण था. इस मौके पर उन्होंने कहा कि, मैं बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं. हमारे कुछ बच्चों में इंजीनियर और डॉक्टर बन देश का नाम रौशन करने की क्षमता भी है और वह करेंगे. मैं हमेशा उनके साथ हूं.

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