योगेश पाराशर, मुरैना। मध्य प्रदेश के मुरैना में दर्दनाक हादसा हो गया। अंबाह कस्बे में एक मकान का छज्जा गिर गया। जिसके बाद उसके नीचे बैठे बच्चे और बुजुर्ग समेत 6 लोग घायल हो गए। इस दौरान तीन बच्चों को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंबाह में भर्ती कराया। इस दौरान वहां बड़ी लापरवाही भी देखी गई।

डॉक्टर ने मोबाइल की टॉर्च से किया बच्चों का उपचार

स्वास्थ्य केंद्र में बिजली गुल थी, जिसकी वजह से घंटों इंतजार के बाद डॉक्टर ने मोबाइल की टॉर्च से बच्चों का उपचार किया। इस दौरान परिजनों ने टॉर्च का सहारे घायलों का उपचार किया। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। 

मंत्री करण सिंह वर्मा हैं मुरैना जिले के प्रभारी मंत्री

बता दें कि मंत्री करण सिंह वर्मा मुरैना जिले के प्रभारी मंत्री हैं। बावजूद इसके क्षेत्र में स्वास्थ्य सुविधा खुद वेंटिलेटर पर है। वहीं, इस अंधेरे ने स्वास्थ्य सेवाओं का बखान करने वाले दावों की हकीकत को उजागर कर दिया है। 

बंद बिजली की तरह गायब है विकास!

वीडियो सामने आने के बाद शासन और प्रशासन की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए जाते हैं। लेकिन फिर भी विकास इस बंद बिजली की तरह गायब है।

जनरेटर है लेकिन खराब

उप स्वास्थ्य केंद्र अंबाह में जनरेटर तो है लेकिन वह खराब पड़ा है। जिसका परिणाम यह है कि अब बिजली नहीं होने पर डॉक्टर को मोबाइल के टॉर्च की रौशनी से उपचार करना पड़ रहा है।  

सवालों से बचते रहे जिला स्वास्थ्य अधिकारी

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर मीडिया ने जिला स्वास्थ्य अधिकारी पद्मेश उपाध्याय से बात करने की कोशिश की। लेकिन वह कैमरों से बचते हुए नजर आए। इस अव्यवस्था और लापरवाही पर जिम्मेदार बयान देने से बच रहे हैं।

क्या होगी कार्रवाई?

अब देखना होगा कि आखिर इस घोर लापरवाही में कौन-कौन शामिल है? जिम्मेदार इसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करेंगे या फिर इसी तरह सुविधाओं के अभाव में यह अस्पताल चलते रहेंगे और शासन की योजनाओं पर अधिकारी इसी तरह पलीता लगाते रहेंगे? 

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H