मनेंद्र पटेल, दुर्ग। छत्तीसगढ़ में जमीन की गाइडलाइन दरों और रजिस्ट्री शुल्क में की गई रिकॉर्ड बढ़ोतरी काे लेकर कारोबारियों के विरोध प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज का मामला गरमाता जा रहा है। लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेस प्रवक्ता और भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव आज दुर्ग के गांधी पुतला के पास एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जमीन गाइडलाइन दरों में बढ़ोतरी का फैसला वापस ले। जब तक जनता के साथ न्याय नहीं होता उनकी लड़ाई जारी रहेगी। इस विरोध कार्यक्रम में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ता एवं रियल एस्टेट कारोबारी भी बड़ी संख्या में उपस्थित हैं।

दरअसल रियल एस्टेट कारोबारी नई गाइडलाइन दरों में सरकार द्वारा की गई बेतहाशा वृद्धि को लेकर नाराज हैं। अब कांग्रेस भी इस मुद्दे पर सरकार को घेर रही है। कारोबारियों का कहना है कि जमीन की कीमतों में 800 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी से रियल स्टेट कारोबार में नुकसान हो रहा है। इतना ही नहीं, लंबे समय से जमीनों की रजिस्ट्री में भी कमी आई है। इसी परिप्रेक्ष्य में रियल स्टेट कारोबारी 1 दिसंबर को धरना प्रदर्शन के लिए पटेल चौक पहुंचे थे, तभी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जिसमें 6 पुलिसकर्मी भी घायल हुए, वहीं 2 प्रदर्शनकारी भी घायल हुए थे। 8 लोगो को इसमें आरोपी बनाकर गिरफ्तार भी किया गया था।

बड़े कारोबारियों को लाभ पहुंचाने सरकार ने बनाई नीति : देवेंद्र यादव

पुलिसिया कार्रवाई को अलोकतांत्रिक बताते हुए विधायक देवेंद्र यादव आज आम नागरिकों और कारोबारियों के समर्थन में एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि गाइडलाइन दरों में की गई अत्यधिक बढ़ोतरी गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों पर सीधा हमला है। सरकार की नीतियां छोटे भूखंडों की रजिस्ट्री रोकने और बड़े कारोबारियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से बनाई गई प्रतीत होती है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सरकार को यह फैसला वापस लेना ही पड़ेगा। जब तक जनता के साथ न्याय नहीं होता उनकी लड़ाई जारी रहेगी।