प्रयागराज। आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है। वित्त मंत्री मोदी 3.0 सरकार का पहला पूर्ण बजट एक फरवरी को पेश करेंगी। इसी बीच महाकुंभ हादसे को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। समाजवादी पार्टी संसद में महाकुंभ हादसे का मुद्दा उठाएगी और सरकार से सवाल से पूछेगी। प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने आरोप लगाया कि मौतों का आंकड़ा छिपाया गया है। सबूत मिटाए जा रहे हैं। बजट सत्र में पार्टी को इसको मुद्दा बनाएगी। हम सदन में इस प्रकरण को उठाने जा रहे हैं।

यूपी सरकार मौत का आंकड़ा छिपा रही

सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि महाकुंभ में बहुत ही दर्दनाक घटना हुई है। उत्तर प्रदेश के मु्ख्यमंत्री और प्रशासन की घोर लापरवाही से यह घटना हुई है। आश्चर्य की बात यह है कि अभी तक यूपी सरकार ने घटना का होना ही स्वीकार नहीं किया है। पूरे देश के लोग महाकुंभ में आए थे। सरकार ने अभी तक मृतकों के आंकड़े जारी नहीं किए है। सभी लोग अपने परिजनों को लेकर चिंतित है। तरह-तरह की बातें सामन आ रही है। जिस तरह के वीडियो सोशल मीडिया पर दिखाई दे रहा है। उसे देखकर लोगों का हृदय कांप रहा है। इतना सब होने के बावजूद सरकार मृतकों की संख्या जारी नहीं कर रही है। लोग असमंजस की स्थिति में है कि उनके परिजन किस हालत में है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आंकड़े छुपाए जा रहे है।

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सरकार मृतकों के आंकड़ों को छिपा रही

महाकुंभ घटना को लेकर समाजवादी पार्टी लगातार सरकार को घेर रही है। सपा प्रमुख अखिलेश का कहना है कि सरकार मृतकों के आंकड़ों को छिपा रही है। सरकार महाकुंभ हादसे में जीवन गंवाने वालों की सूची जारी कर दे। यदि मृतक चिन्हित नहीं हैं तो उनके वस्त्र-चित्रादि माध्यम से पहचान करायी जाए। हादसों की सच्चाई और आंकड़े छिपाना अपराध है। कई लोग स्वजनों की तलाश में दर-दर भटक रहे है। उन्हें पता ही नहीं है कि उनके परिजन जिंदा है या नहीं। बता दें कि महाकुंभ क्षेत्र में मंगलवार रात 2 बजे अचानक भगदड़ मच गई थी। जिसमें अब तक 30 लोगों की मौत हुई है।