कर्ण मिश्रा, ग्वालियर. हर आदमी के सिर पर खुद की छत यानी उसका आशियाना हो। इस सपने को सच कर रही है PM आवास योजना। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को पलीता लगाने की तस्वीर ग्वालियर से सामने आई है।

ग्वालियर में पीएम आवास के नाम पर मौत को खुलेआम दावत देने की तस्वीर सामने आई है। तेजी से तैयार हो रहे PM आवास भ्रष्टाचार के मकड़जाल में फंसकर पूरे तैयार होने से पहले ही दम तोड़ते नजर आ रहे है। केदारपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना में पुनर्वास योजना के तहत 263 मकानों का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन इन मकानों की दीवारें हवा के झोकों को भी बर्दशत नहीं कर पाई। हवा का एक तेज झोंका आया, भ्रष्टाचार के मसाले और लालच की ईंट से बनी PM आवास की दीवारें धराशायी हो गई।

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा आशियाना

शहर में रोजगार और खुद के आशियाने का सपना लेकर आए लोगों को पहले फूटीं कॉलोनी में भू-माफियाओं ने सरकरी जमीन की नोटरी कर ठग लिया। जब पाई-पाई जोड़कर वहां मकान बना लिए तो प्रशासन ने अतिक्रमण के नाम पर बुलडोजर चला कर उन्हें सड़क पर ला खड़ा किया। मुद्दा प्रदर्शन पर पहुंचा तो शासन ने चिन्हित कर केदारपुर में पट्टे देकर मकान बनाने की राशि भेज दी। लेकिन इन गरीबों को शायद अभी पता नहीं था कि एक बार फिर उनका आशियाना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है।

9 इंच की जगह 4 इंच की दीवार

शिवपुरी लिंक रोड के पास केदारपुर में तैयार हो रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के 263 मकानों को जिस प्राइवेट ठेकेदार तैयार कर रहे हैं। उसने निर्माणधीन आवासों में बिना कॉलम खड़े किए 9 इंच (डबल ईट) की जगह पर 4 इंच (सिंगल ईट) की बाहरी दीवार बना दी। घटिया निर्माण के चलते आंधी से 50 से ज्यादा मकानों की दीवार भरभराकर गिर पड़ी। गनीमत यह रही कि उस समय मजदूर वहां काम नहीं कर रहे थे। वरना बड़ा हादसा होता।

कार्रवाई नहीं होने पर EOW की जाएगी शिकायत

इस फर्जीवाड़े को लेकर ग्वालियर नगर निगम में कांग्रेस से MIC मेंम्बर अवधेश कौरव का कहना है कि गरीबों के आवास में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महापौर के संज्ञान में लाकर नगर निगम आयुक्त को इस मामले की शिकायत की जाएगी।यदि नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय मामले में कोई कार्रवाई नहीं करते हैं, तो इसकी शिकायत आर्थिक अनियमितता और फर्जीवाड़े के चलते EOW में की जाएगी।

फर्जीवाड़ा नहीं किया जाएगा बर्दाश्त

वहीं BJP सांसद भारत सिंह कुशवाह का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में हाल ही में आया है। ऐसे में PM मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में इस तरह का फर्जीवाड़ा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

नगर निगम आयुक्त संघ ने कही ये बात

नगर निगम आयुक्त संघ प्रिय का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के आवास का निर्माण बीएलसी घटक के तहत होता हैं। हितग्राहियों को 2.50-2.50 लाख रुपए की राशि दी गई है। राशि से हितग्राहियों को खुद ही निर्माण कराना होता है। हालांकि उनके द्वारा किसी प्राइवेट ठेकेदार बंटी प्रजापति नाम के ठेकेदार से काम कराया जा रहा हैं। ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए, इसकी जांच कराई जाएगी। ताकि गुणवत्तापूर्ण निर्माण हो सके।

बता दें कि समय रहते इस मामले में एक्शन नहीं लिया गया तो आने वाले दिनों में जब लोग इनमें रहने लगेंगे तो वह हर दिन-रात मौत के साये में रहने मजबूर होंगे। उम्मीद है कि जल्द जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी को समझेंगे और गरीबों के आशियाने से भ्रष्टाचार का मकड़जाल साफ किया जाएगा।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H