लखनऊ. प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था और सरकारी स्कूलों के विलय को लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा कि ‘ये सोची समझी रणनीति है कि गरीब गांव में रहने वाले लोगों को शिक्षा से दूर कर दो. उन्हें शिक्षित न होने दो और साथ ही साथ क्योंकि इनकी सरकार में जो पद खाली है वो लगभग दो लाख हैं, दो लाख पद खाली है शिक्षक के, जिनकी ये लोग भर्ती नहीं कर पाए. तो अगर मर्जर हो जाएगा तो शिक्षकों की संख्या घट जाएगी’.
अखिलेश ने आगे कहा कि शिक्षा विभाग को बर्बाद किया जा रहा है. शिक्षकों से मेरा पारिवारिक रिश्ता है, उनका दर्द मेरा दर्द है. शिक्षकों की आवाज भाजपा सरकार के लिए बेइमानी है, जैसे बहरी हो जाती है. स्कूल कम होंगे तो ग्रोथ रेट भी गिरेगा और सरकार को नौकरी नहीं देनी पड़ेगी, यही भाजपा की रणनीति है. सपा प्रमुख ने आगे कहा कि एक शिक्षक मुझसे मिलने आया, बताया कि ट्रांसफर के लिए 5 लाख रुपये तक मांगे जा रहे हैं. अखिलेश ने कहा कि जिस सरकार में संवेदना नहीं हो, वो सरकार नहीं होनी चाहिए.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में कक्षा 8 तक संचालित हो रहे पांच हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों का विलय करने की तैयारी में है. इस संबंध में बीते दिनों बेसिक शिक्षा के अपर सचिव ने आदेश जारी किया है, जिसके सार्वजनिक होते ही प्रदेश भर में इसका विरोध शुरू हो गया है.
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