वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रेल हादसे के वक्त ग्राम ढेका के कुछ युवाओं ने जो हिम्मत और इंसानियत दिखाई, उसने सबका दिल जीत लिया। हादसे के बाद जब चारों ओर अफरा-तफरी मची थी, तब ये युवा बिना किसी डर के लोगों की मदद के लिए आगे बढ़े और कई लोगों की जान बचाई।
ग्राम ढेका के सोनू बघेल अपने साथियों कमलेश पात्रे, सोदान पात्रे, भैरव निषाद, जितेंद्र गेन्दले और संतोष के साथ सबसे पहले मौके पर पहुंचे। ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर चुके थे। यात्री अंदर फंसे थे और चारों ओर चीख-पुकार मची हुई थी। ऐसे में इन युवाओं ने अपनी जान की परवाह किए बिना घायलों को बाहर निकालना शुरू किया।


इन युवाओं ने कई घायलों को आसपास के वाहनों से अस्पताल भेजा। हादसे के दौरान उन्हें एक दो साल का बच्चा भी मलबे में फंसा मिला। बच्चे के पेट में लोहे का टुकड़ा धंसा हुआ था। युवाओं ने काफी कोशिश की, लेकिन बिना उपकरणों के उसे पूरी तरह निकाल नहीं पाए। बाद में बचाव दल पहुंचा और बच्चे को बाहर निकाला। हालांकि उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। इन युवाओं ने मौके से सोशल मीडिया के जरिए फोटो और वीडियो शेयर कर घायलों की जानकारी परिजनों तक पहुंचाई, इससे कई परिवारों को राहत मिली और मदद भी जल्दी पहुंची। जब तक प्रशासन और रेलवे की टीमें मौके पर पहुंची, तब तक सोनू बघेल और उनके साथियों ने कई लोगों की जान बचा ली थी।
अब तक 11 यात्रियों की मौत, 5 की हुई पहचान
बता दें कि लाल खदान स्टेशन के पास गाड़ी संख्या 68733 गेवरारोड-बिलासपुर मेमू लोकल ट्रेन और मालगाड़ी की टक्कर में अब तक 11 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे में मृतकों की पहचान का सिलसिला जारी है और अब तक पांच यात्रियों के नाम और तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें लोको पायलट, छात्रा और अन्य यात्री शामिल हैं।
हादसे में जिन यात्रियों की पहचान हुई है, उनमें लोको पायलट विद्या सागर, प्रमिला वस्त्रकार, अंकित अग्रवाल, प्रिया चंद्रा और शीला यादव शामिल हैं। मृतका शीला यादव देवरी खुर्द के बहनिया मंदिर के पास रहने वाली थीं, जबकि प्रिया चंद्रा गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (GGU) की बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा थीं। वह सक्ती जिले के बहेराडीह की निवासी थीं। इनकी मौत की खबर सुनते ही परिजनों में मातम छा गया है।
घायल यात्रियों के नाम
इस रेल हादसे में घायल हुए यात्रियों के नाम सामने आये हैं। इस सूची में 20 लोगों के नाम शामिल हैं।
- मथुरा भास्कर, स्त्री, आयु 55 वर्ष
- चौरा भास्कर, पुरुष, आयु 50 वर्ष
- शत्रुघ्न, पुरुष, आयु 50 वर्ष
- गीता देबनाथ, स्त्री, आयु 30 वर्ष
- मेहनिश खान, स्त्री, आयु 19 वर्ष
- संजू विश्वकर्मा, पुरुष, आयु 35 वर्ष
- सोनी यादव, स्त्री, आयु 25 वर्ष
- संतोष हंसराज, पुरुष, आयु 60 वर्ष
- रश्मि राज, स्त्री, आयु 34
- ऋषि यादव, आयु 2 वर्ष
- तुलाराम अग्रवाल, पुरुष, आयु 60 वर्ष
- अराधना निषाद, स्त्री, आयु 16 वर्ष
- मोहन शर्मा, पुरुष, आयु 29 वर्ष
- अंजूला सिंह, स्त्री, आयु 49 वर्ष
- शांता देवी गौतम, स्त्री, आयु 64 वर्ष
- प्रीतम कुमार, पुरुष, आयु 18 वर्ष
- शैलेश चंद्र, पुरुष, आयु 49 वर्ष
- अशोक कुमार दीक्षित, पुरुष, आयु 54 वर्ष
- नीरज देवांगन, पुरुष, आयु 53 वर्ष
- राजेंद्र मारुति बिसारे, पुरुष, आयु 60 वर्ष
मुआवजे का ऐलान
बिलासपुर रेल हादसा में प्रभावित लोगों को मुआवजे का ऐलान किया गया है। रेलवे ने मृतक के परिवार को 10 लाख और गंभीर घायलों को 5 लाख, सामान्य घायलों को एक लाख रुपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी घोषणा की है कि इस हादसे में मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। वहीं घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।
CRS स्तर पर होगी जांच
बिलासपुर रेल हादसे की जांच रेलवे सुरक्षा आयुक्त (Commissioner of Railway Safety – CRS) स्तर पर कराई जाएगी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दुर्घटना गटौरा और बिलासपुर के बीच सिग्नल या लाइन-स्विचिंग से जुड़ी तकनीकी त्रुटि के चलते हुई बताई जा रही है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।

